शनिवार, 19 जुलाई 2014

अमरनाथ यात्रा: हिंसा और आगजनी, 60 लोग जख्मी, 100 तंबू जलकर राख -



जम्मू। बालटाल में शुक्रवार को घोड़े-पालकी और भंडारे वालों में हुए झगड़े ने हिंसक रूप धारण कर लिया है। क्षेत्र में फैली हिंसा और आगजनी में अभी तक 60 से ज्यादा लोग जख्मी, नौ लंगर और 100 से ज्यादा तंबू जलकर पूरी तरह से राख हो गए। जिसके बाद अमरनाथ यात्रा को रोक दिया गया है। शुक्रवार सुबह लगंर समितियों पर घोडे-पालकी वालों ने पथराव किया और लंगरों में घुस कर तोड़फोड़ की। जिसके बाद दोमेल और बालटाल में कई लंगरों में आग लगा दी, जिससे लंगरों में मौजूद 60-70 गैस सिलेंडरों में विस्फोट हो गया। सिलेंडरों में विस्फोट होने के बाद पूरे इलाके में आग ने उग्र रूप धारण कर लिया। हिंसा के बाद बालटाल में चल रहे सभी लंगर बंद कर दिए गए।
Violence in Amarnath Yatra, 60 people injured
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से फोन कर स्थिति की जानकारी हासिल की और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा।

राज्यपाल एन एन वोहरा ने भी घटनास्थल का दौरा करके स्थिति का जायजा लिया है। घटना की जानकारी मिलने के साथ स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। तनाव को बढ़ता देख जिला प्रशासन ने क्षेत्र में सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस तैनात कर दी है।

कैसे हुआ विवाद
गुरूवार को भंडारे के एक सदस्य की घोड़े वाले के साथ झगड़ा हो गया, जिसके बाद दोनों में मारपीट हो गई। जिसके बाद मामले को सुलझा लिया गया था, लेकिन रात करीब एक बजे घोड़े वाले सरहंद भंडारे से उनके तीन सदस्यों को उठाकर ले गए और उनसे मारपीट की। जिसकी वजह से विवाद ज्यादा बढ़ गया। घोड़े और पालकी वालों ने पवित्र गुफा तक जाने से मना कर दिया। उसके बाद उन्होंने भंडारे वालों पर पथराव शुरू कर दिया।

 

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