बीकानेर। बीकानेर में शुक्रवार की रात एक परिवार के लिए काल की रात बनकर आई।
शहर के सेसवा गेट इलाके में मकान की छत पर सो रहे एक ही परिवार के सदस्यों पर पड़ोस के मकान की दीवार गिर गई।
जिससे गर्भवती महिला सहित 5 लोगों की मौत हो गई।
हादसे के बाद हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची आपदा प्रबंधन की टीम और पुलिस ने शवों को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया।
जानकारी के अनुसार शहर के कोतवाली थाना इलाके में सेसवां गेट स्थित एक परिवार के पांच सदस्य शुक्रवार रात को अपने घर की छत पर सो रहे थे।
देररात तकरीबन 1 बजे पड़ोस के मकान की दीवार सोते हुए लोगों पर गिर गई।
इस दर्दनाक हादसे में तीन 67 वर्षीय नूरजहां, गर्भवती पुत्रवधु मजीदा सहित तीन बच्चों की मौत हो गई।
हादसे के बाद लोगों ने पुलिस को दीवार गिरने की सूचना दी।
मौके पर पहुंची पुलिस और आपदा प्रबंधन की टीम ने तीन घंटे की मशक्कत के बाद मलबे में से पांचों शवों को बाहर निकाला।
दीवार गिरने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। एक ही परिवार के पांच सदस्यों की दर्दनाक मौत के बाद इलाके मे सन्नाटा छा गया।
पुलिस ने शवों को अस्पताल की मोर्चरी में रख्खवाया जिन्हें शनिवार को परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया।
सरकार ने दी आर्थिक सहायता: दर्दनाक हादसे के बाद जिला कलक्टर आरती डोगरा ने घटना की जानकारी ली। जिसके बाद प्रशासन ने सभी मृतकों के परिजनों को 50-50 हजार रूपए की आर्थिक सहायता दी है।
शहर के सेसवा गेट इलाके में मकान की छत पर सो रहे एक ही परिवार के सदस्यों पर पड़ोस के मकान की दीवार गिर गई।
जिससे गर्भवती महिला सहित 5 लोगों की मौत हो गई।
हादसे के बाद हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची आपदा प्रबंधन की टीम और पुलिस ने शवों को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया।
जानकारी के अनुसार शहर के कोतवाली थाना इलाके में सेसवां गेट स्थित एक परिवार के पांच सदस्य शुक्रवार रात को अपने घर की छत पर सो रहे थे।
देररात तकरीबन 1 बजे पड़ोस के मकान की दीवार सोते हुए लोगों पर गिर गई।
इस दर्दनाक हादसे में तीन 67 वर्षीय नूरजहां, गर्भवती पुत्रवधु मजीदा सहित तीन बच्चों की मौत हो गई।
हादसे के बाद लोगों ने पुलिस को दीवार गिरने की सूचना दी।
मौके पर पहुंची पुलिस और आपदा प्रबंधन की टीम ने तीन घंटे की मशक्कत के बाद मलबे में से पांचों शवों को बाहर निकाला।
दीवार गिरने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। एक ही परिवार के पांच सदस्यों की दर्दनाक मौत के बाद इलाके मे सन्नाटा छा गया।
पुलिस ने शवों को अस्पताल की मोर्चरी में रख्खवाया जिन्हें शनिवार को परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया।
सरकार ने दी आर्थिक सहायता: दर्दनाक हादसे के बाद जिला कलक्टर आरती डोगरा ने घटना की जानकारी ली। जिसके बाद प्रशासन ने सभी मृतकों के परिजनों को 50-50 हजार रूपए की आर्थिक सहायता दी है।
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