रियाद। सऊदी अरब की 23 महिलाओं ने पिछले साल अपने माता-पिता पर इसलिए मुकदमा कर दिया, क्योंकि उन्होंने उनकी शादी नहीं कराई। नेशनल सोसायटी फॉर ±यूमन राइट्स (एनएसएचआर) ने यह जानकारी दी। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रियाद में 11, मदीना में 4, दम्माम में 2 मक्का में 2, जेद्दाह में 2 और जजान में ऎसे 2 मामले सामने आए हैं। इन मामलों को अरबी में "अदहल" कहा जाता है।
एनएसएचआर की सदस्य और सामाजिक अधिकार कार्यकर्ता सुहेला जेन अल-अबिदीन हम्माद ने सरकार से अपील की है कि वह "अदहल" से महिलाओं के बचाव के लिए एक कानून बनाए। साथ ही कहा कि एक ऎसा कानून बनाना जरूरी है, जिसमें एक निश्चित आयु होने पर लड़कियां खुद शादी कर सकें। इसके लिए मां-बाप की अनुमति की कोई जरूरत न हो। महिलाएं अपने माता-पिता के दया की पात्र बन गई है।
एनएसएचआर ने हाल ही में ऎसे कई मामलों को निपटाया, जिसमें लड़कियों के माता-पिता ने उनकी शादी करवाने से इंकार कर दिया। क्योंकि उन्होंने या तो लड़के को नापसंद कर दिया या फिर वह अपनी बेटियों की तनख्वाह पर ही जीना चाहते थे। हम्माद ने कहा कि "अदहल" के कारण लड़कियां अवसाद, आत्महत्या की प्रवृत्ति और नशीली दवाओं की लत समेत कई मानसिक समस्याओं की शिकार हो जाती हैं।
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