स्टॉकहॉम। स्वीडन में एक जांच में चौंका देना वाला मामला सामने आया है कि जहां पर एक क्लास की सभी लड़कियों की खतना (फीमेल जेनिटल म्यूटिलेशन ) की हुई मिली। एक स्थानीय अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक जांच में सामने आया है कि मार्च से अब तक ऎसे 60 मामले सामने आ चुके हैं। एक अंग्रेजी अखबार में प्रकाशित रिपोर्ट मे ंबताया गया है कि इनमें से आधी लड़कियों का खतना तो कठोर प्रक्रिया के तहत किया गया है जिसमें क्लिटॉरिस और लेबिया को पूरी तरह से काटकर योनि को सील दिया गया और छोटी सी जगह छोड़ दी जाती है।
लड़कियों के खतना कुछ समुदायों की धार्मिक और सामाजिक परंपराओं का हिस्सा है। जहां शादी के लिए लड़कियों का खतना जरूरी माना जाता है। स्वीडन में 1982 से ही एफजीएम पर पूरी तरह से रोक है। इतना ही नहीं विदेश में खतना करवाने पर भी इसके तहत वहां के लोगों को सजा हो सकती है।
लड़कियों का खतना करने से उन्हें कई तरह की शारीरिक परेशानियां झेलनी पड़ती हैं। इससे इंफेक्शन, किडनी फेल, अनियमित पीरिएड्स, मूत्र इंफेक्शन जैसी बिमारियां हो सकती हैं। लड़कियों का खतना ब्रिटेन में भी एक बड़ी समस्या है। एक अनुमान के मुताबिक 15 वर्ष से कम आयु की 20 हजार से ज्यादा लड़कियां खतने के खतरे में हैं। 60 हजार महिलाओं के साथ एफजीएम हो चुका है।
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