बधाल। जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में गुरूवार को गोलीबारी में राजस्थान का सपूत शंकरलाल बोचलियां सीमा पर आईईडी विस्फोट में शहीद हुए थे।
जयपुर जिले के बधाल गांव में शहीद जवान का पार्थिव शरीर को शुक्रवार शाम लाया गया। शाम को सैंकड़ों लोगों की नम आंखों के बीच शहीद की अंत्येष्टि की गई। शव के साथ आए मेजर अर्जुनप्रसाद ने बताया कि शंकरलाल 20वीं जाट रेजीमेंट में लांस नायक पद पर राजोरी सेक्टर में तैनात था।
वह गुरूवार सुबह ड्यूटी के दौरान गश्त करते समय सीमापार से किए गए विस्फोट की चपेट आने पर अन्य चार साथियों के सहित घायल हो गया था। जहां शंकर की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। शहीद का शव बाद में यहां लाया गया तो पिता नोपाराम, माता बिदामीए पत्नी सुमन और दिल्ली पुलिस में कार्यरत छोटे भाई धर्मपाल सहित परिजनों का रो.-रोकर बुरा हाल हो गया। शंकरलाल के छह वष्ाीüय पुत्र विकास है।
बंद रहे कस्बे के बाजार
शंकर के शहीद होने पर शोक में कस्बे के बाजार बंद रहे। तहसीलदार, थानेदार, पटवारी, सचिव व ग्रामीणों की मौजूदगी में शहीद की अन्त्येष्टि करवाई गई।
शहीद के पुत्र विकास ने शहीद की चिता को मुखाग्नि दी। इस दौरान ईटावा सरपंच संतोष देवी शर्मा, बधाल सरपंच विजय सामोता, लूनियावास सरपंच मूलचंद, रेनवाल ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश ककरालिया, सचिव भगवानसहाय दूधवाल, राजीवगांधी बिग्रेड तहसील अध्यक्ष रमेश ताखर, फुलेरा विधायक निर्मल कुमावत, सांसद जयपुर ग्रामीण राज्यवर्धनसिंह, पूर्व केन्द्रीयमंत्री महादेवसिह खण्डेला, पटवारी मूलचंद रूण्डला, रामनिवास, एडीएम चतुर्थ वीरेन्द्रकुमार मीणा, तहसीलदार जगसिंह मीणा, मुख्यमंत्री के उपसचिव भागचंद बधाल, थानाधिकारी रेनवाल मदनसिंह, बधाल पुलिस चौकी प्रभारी सुंदरलाल, सचिव शैलेन्द्र पारीक आदि मौजूद थे। ग्रामीणों ने सरपंच के नेतृत्व में सरकारी स्कूल का नामकरण शहीद के नाम करने की मांग की।
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