लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी से भाजपा सांसद प्रियंका सिंह रावत को फोन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फटकार मिली, जिसके बाद उन्होंने अपने पिता को सांसद प्रतिनिधि पद से हटा दिया। मोदी ने भाजपा सांसदों को अपने रिश्तेदारों को स्टाफ के रूप में नहीं रखने की हिदायत दी थी, इसके बावजूद प्रियंका ने अपने पिता उत्तम राम (सेवानिवृत्त पीडीएस अधिकारी) को सांसद प्रतिनिधि पद नियुक्त कर दिया था।
भाजपा सूत्रों के अनुसार, हिदायत मिलने के बाद प्रियंका ने तर्क दिया था कि उनके पिता लंबे समय से भाजपा कार्यकर्ता हैं, इसीलिए उन्होंने पिता को अपना प्रतिनिधि बनाया है। इस पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने हालांकि असमति जताई थी।
उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी के दिशा-निर्देश के बावजूद प्रियंका सिंह का ऐसा करना सही नहीं है। उन्होंने कहा था कि बाराबंकी की सांसद सहित सभी सांसदों को वह इस सिलसिले में अलग से दिशा-निर्देश भेजकर प्रधानमंत्री की अपेक्षा के अनुरूप आचरण के लिए कहेंगे।
प्रियंका सिंह ने हिदायत नहीं मानी, यह खबर मीडिया में आने के बाद रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फोनकर प्रियंका सिंह को फटकार लगाई और अपने पिता को हटाकर किसी और को सांसद प्रतिनिधि बनाने को कहा। सूत्रों ने बताया कि प्रियंका ने मोदी से क्षमा मांगते हुए तत्काल प्रभाव से अपने पिता को पद से हटा दिया।
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