अजमेर। देश की इस साल संपन्न हुई तीन प्रतिष्ठित मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं में टॉप कर राजस्थान का नाम रोशन करने वाले मृदुल राठी ने अपनी सफलता का श्रेय "कौन बनेगा करोड़पति" गेम शो को दिया है।
मृदुल ने हाल ही में संपन्न आल इंडिया एम्स प्रवेश परीक्षा में छठा, एआईपीएमटी में आठवां और आरपीएमटी में पहला स्थान प्राप्त किया है।
मृदुल के अनुसार एम्स में जनरल नॉलेज के सभी सवाल केबीसी के पिछले दो सीजन में पहले ही पूछे जा चुके हैं। 200 मार्क्स की इस प्रवेश परीक्षा में जनरल नॉलेज सेक्शन का वेटेज 20 मार्क्स होता है।
मृदुल का जनरल नॉलेज कमजोर होने की वजह से उनहोंने अपने पिता की सलाह पर लगातार केबीसी देखना शुरू किया था।
बताते चलें कि मृदुल के माता-पिता दोनों ही पेशे से डॉक्टर हैं। दोनों ही एम्स में दाखिले का अपना सपना पूरा नहीं कर पाए थे जिसे उनके बेटे ने आखिरकार पूरा कर दिखाया।
मृदुल का एक कार्डिएक सर्जन बनकर अपने शहर किशनगढ़ के लोगों की सेवा करना है। उनका मानना है कि शहर के लोगों को बेहतर स्वास्थय सुविधाओं के लिए बाहर की ओर रूख करना पड़ता है।
मृदुल ने हाल ही में संपन्न आल इंडिया एम्स प्रवेश परीक्षा में छठा, एआईपीएमटी में आठवां और आरपीएमटी में पहला स्थान प्राप्त किया है।
मृदुल के अनुसार एम्स में जनरल नॉलेज के सभी सवाल केबीसी के पिछले दो सीजन में पहले ही पूछे जा चुके हैं। 200 मार्क्स की इस प्रवेश परीक्षा में जनरल नॉलेज सेक्शन का वेटेज 20 मार्क्स होता है।
मृदुल का जनरल नॉलेज कमजोर होने की वजह से उनहोंने अपने पिता की सलाह पर लगातार केबीसी देखना शुरू किया था।
बताते चलें कि मृदुल के माता-पिता दोनों ही पेशे से डॉक्टर हैं। दोनों ही एम्स में दाखिले का अपना सपना पूरा नहीं कर पाए थे जिसे उनके बेटे ने आखिरकार पूरा कर दिखाया।
मृदुल का एक कार्डिएक सर्जन बनकर अपने शहर किशनगढ़ के लोगों की सेवा करना है। उनका मानना है कि शहर के लोगों को बेहतर स्वास्थय सुविधाओं के लिए बाहर की ओर रूख करना पड़ता है।
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