बनारस। भारत भर में इन दिनों महिलाओं के रेप मामलों में बेतहाशा वृद्धि ने लोगों का दिन का चैन और रात की नींद उड़ा दी है। ऎसा लगने लगा जैसे कोई भी महिला कहीं भी सुरक्षित नहीं है चाहे घर हो या बाहर।
लेकिन अब इसका तोड़ निकाल लिया गया है। यह तरीका निकालने वाली कोई और नहीं बल्कि बनारस की रहने वाली दो युवा लड़कियां ही हैं।
दोनों लड़कियां इंजिनियरिंग छात्राएं हैं और इन्होंने एक ऎसा डिवाइस बनाया है जो दबने के बाद अपने नजदीकी पुलिस थाने में ऑटोमेटिक कॉल कर देगा।
इसके बाद पुलिस डिवाइस में फिट ट्रैकर की सहायता से उस महिला की पोजीशन को तुरंत ढूंढ़ निकालेगी।
यह एक इलेक्ट्रोनिक डिवाइस है जिसको जींस में फिट करना होगा। इसकी कीमत भी केवल 25 पैसे ही है जिसे आसानी से खरीदा जा सकता है।
21 वर्षिया दिक्षा पाठक और 23 वर्षिया अंजलि श्रीवास्तव ने बताया कि उनको यह आइडिया देश में दिन ब दिन बढ़ रही रेप की घटनाओं की वजह से आया।
सरकारी आंकड़े कहते हैं कि भारत में हर 22 मिनट में एक रेप की वारदात हो जाती है।
लेकिन अब इसका तोड़ निकाल लिया गया है। यह तरीका निकालने वाली कोई और नहीं बल्कि बनारस की रहने वाली दो युवा लड़कियां ही हैं।
दोनों लड़कियां इंजिनियरिंग छात्राएं हैं और इन्होंने एक ऎसा डिवाइस बनाया है जो दबने के बाद अपने नजदीकी पुलिस थाने में ऑटोमेटिक कॉल कर देगा।
इसके बाद पुलिस डिवाइस में फिट ट्रैकर की सहायता से उस महिला की पोजीशन को तुरंत ढूंढ़ निकालेगी।
यह एक इलेक्ट्रोनिक डिवाइस है जिसको जींस में फिट करना होगा। इसकी कीमत भी केवल 25 पैसे ही है जिसे आसानी से खरीदा जा सकता है।
21 वर्षिया दिक्षा पाठक और 23 वर्षिया अंजलि श्रीवास्तव ने बताया कि उनको यह आइडिया देश में दिन ब दिन बढ़ रही रेप की घटनाओं की वजह से आया।
सरकारी आंकड़े कहते हैं कि भारत में हर 22 मिनट में एक रेप की वारदात हो जाती है।
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