भाजपा के नए सांसदों को नरेंद्र मोदी के गुरु मन्त्र
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को सूरजकुंड में भाजपा के 195 नए सांसदों को अपनी पाठशाला में सफल राजनीति और संसदीय परंपराओ को लेकर गुरूमंत्र दिए।
पीएम मोदी का मुख्य फोकस संासदों को यह बताना था कि सरकार और जनता के बीच मुख्य कड़ी के तौर पर वे कैसे काम करेंगे।
उन्होंने भाजपा की ऎतिहासिक जीत को आगे भी बनाए रखने के लिए सांसदों को गुरूमंत्र दिए।
मोदी के गुरूमंत्र
1- मोदी ने कहा कि सरकार की स्वच्छ छवि बनाने के लिए सबसे पहले भ्रष्टाचार से मुक्त रहने की जरूरत है, इसलिए सभी भ्रष्टाचार से दूर रहें।
2- पीएम ने कहा कि जनता ने अगर इतना बड़ा विश्वास भाजपा में जताई है तो इसको बनाए रखने के लिए पार्टी सांसदों, नेताओं और कार्यकर्ताओं को अहंकार से दूर रहना होगा।
3- उन्होंने कहा कि राजग सरकार जो भी विकास योजनाएं लागू करती है, अच्छे काम करती है उनको जनता तक पहुंचाना होगा। मोदी जानते हैं कि यूपीए सरकार जनता तक अपनी बात पहुंचाने में नाकाम रही और चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा, इसलिए वह ऎसी चूक नहीं होने देना चाहते हैं।
4- मोदी ने अपने सांसदों को मीडिया से ज्यादा अपने संसदीय क्षेत्र की जनता से संवाद स्थापित करने को कहा। मतलब साफ है कि जनता की समस्याओे को सुनें और उनका निराकरण कराने में मदद करें। क्षेत्र का विकास करें।
5- प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर उनको अपने क्षेत्र की या कोई अन्य समस्या है तो वे सीधे उनसे मिलें।
6- उन्होंने खासतौर पर नए सांसदों को दो दिवसीय प्रशिक्षण के संबंध में कोई भी सूचना लीक न करने की हिदायत दी है।
7- उन्होंने कहा कि आप सभी भाई-भतीजावाद न करें और किसी के स्थानांतरण या पोस्टिंग को लेकर सिफारिश न करें।
8- मोदी ने नए सांसदों से कहा कि विपक्ष की नजर आप सब पर है। आप संसदीय मर्यादाओं का गंभीरता से पालन करें।
9- इसके बाद उन्होंने कहा कि आगे चार राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसे देखते हुए लोकसभा चुनाव की सफलता को दोहराने की जरूरत है।
सांसदों को गुरूमंत्र देने के बाद मोदी ने कहा कि वह भी पहली बार सांसद बने हैं, इसका उनको भी खुशी है और उनको भी काफी कुछ सीखना है।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को सूरजकुंड में भाजपा के 195 नए सांसदों को अपनी पाठशाला में सफल राजनीति और संसदीय परंपराओ को लेकर गुरूमंत्र दिए।
पीएम मोदी का मुख्य फोकस संासदों को यह बताना था कि सरकार और जनता के बीच मुख्य कड़ी के तौर पर वे कैसे काम करेंगे।
उन्होंने भाजपा की ऎतिहासिक जीत को आगे भी बनाए रखने के लिए सांसदों को गुरूमंत्र दिए।
मोदी के गुरूमंत्र
1- मोदी ने कहा कि सरकार की स्वच्छ छवि बनाने के लिए सबसे पहले भ्रष्टाचार से मुक्त रहने की जरूरत है, इसलिए सभी भ्रष्टाचार से दूर रहें।
2- पीएम ने कहा कि जनता ने अगर इतना बड़ा विश्वास भाजपा में जताई है तो इसको बनाए रखने के लिए पार्टी सांसदों, नेताओं और कार्यकर्ताओं को अहंकार से दूर रहना होगा।
3- उन्होंने कहा कि राजग सरकार जो भी विकास योजनाएं लागू करती है, अच्छे काम करती है उनको जनता तक पहुंचाना होगा। मोदी जानते हैं कि यूपीए सरकार जनता तक अपनी बात पहुंचाने में नाकाम रही और चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा, इसलिए वह ऎसी चूक नहीं होने देना चाहते हैं।
4- मोदी ने अपने सांसदों को मीडिया से ज्यादा अपने संसदीय क्षेत्र की जनता से संवाद स्थापित करने को कहा। मतलब साफ है कि जनता की समस्याओे को सुनें और उनका निराकरण कराने में मदद करें। क्षेत्र का विकास करें।
5- प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर उनको अपने क्षेत्र की या कोई अन्य समस्या है तो वे सीधे उनसे मिलें।
6- उन्होंने खासतौर पर नए सांसदों को दो दिवसीय प्रशिक्षण के संबंध में कोई भी सूचना लीक न करने की हिदायत दी है।
7- उन्होंने कहा कि आप सभी भाई-भतीजावाद न करें और किसी के स्थानांतरण या पोस्टिंग को लेकर सिफारिश न करें।
8- मोदी ने नए सांसदों से कहा कि विपक्ष की नजर आप सब पर है। आप संसदीय मर्यादाओं का गंभीरता से पालन करें।
9- इसके बाद उन्होंने कहा कि आगे चार राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसे देखते हुए लोकसभा चुनाव की सफलता को दोहराने की जरूरत है।
सांसदों को गुरूमंत्र देने के बाद मोदी ने कहा कि वह भी पहली बार सांसद बने हैं, इसका उनको भी खुशी है और उनको भी काफी कुछ सीखना है।
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