नई दिल्ली। एक लड़का 45 रूपए निकालने के लिए कुंए में उतरा लेकिन वापस नहीं आ सका। ऑक्सीजन की कमी के कारण कुएं में उसने दम तोड़ दिया।
उसे बाहर निकालने के लिए उसकी दो बहनें कुएं में गईं लेकिन उनका भी वही अंजाम हुआ। फिर पड़ोस के एक बच्चे समेत चार लोग उन्हें बचाने के लिए कुएं में उतरे और उनकी भी मौत हो गई। 45 रूपए के चक्कर में सात लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा।
यह दिलदहला देने वाली घटना कंबोडिया की है।
नॉम पेन्ह पोस्ट के अनुसार, 50 वर्षीय तुय चेन का 45 रूपए और एक सिगरेट लाइटर पांच मीटर गहरे कुएं में गिर गया। उसने काफी प्रयास किया लेकिन वह कुएं से उसे नहीं निकाल पाया। इस पर वह वापस घर लौट गया और एक बांस वहीं कुएं के पास ही छोड़ दिया।
उसने घर में इस बात को बताया तो उसका 12 साल का बेटा उस कुएं के पास गया और बांस के सहारे कुएं में उतर गया लेकिन ऑक्सीजन कम होने के कारण उसकी मौत हो गई।
अधिकारियों ने बताया कि लड़का जब लौटकर नहीं आया तो उसकी दो बहनें कुएं के पास गई। उसे निकालने की कोशिश में वे दोनों कुएं में गिर गई। उनकी भी मौत हो गई। सूत्रों का दावा है कि तीनों को बचाने के लिए 12 साल के एक लड़के समेत चार लोग उनको बचाने के लिए पहुंचे। लेकिन उनकी भी मौत हो गई।
उनका कहना है कि एक और शख्स उन सभी को बचाने कुएं के पास गया था उसकी हालत नाजुक है।
"पिता घटना के लिए दोषी"
मृत बच्चे की बहन ने कहा कि उसके भाई को पता था कि उसके पिता का 45 रूपए कुएं में गिर गया है तो वह उसे निकालने पहुंच गया। लेकिन उसने यह नहीं सोचा कि यह खतरनाक हो सकता है ओर इस तरह सात लोगों की मौत हो गई।
उसने कहा कि उसका परिवार गरीब है और गरीबी ही उसके भाई और बहन की मौत का कारण है। उसने कहा कि इन सब के लिए उसके पिता दोषी हैं। अगर वे इस बारे में नहीं बताते तो यह घटना नहीं होती।
उसे बाहर निकालने के लिए उसकी दो बहनें कुएं में गईं लेकिन उनका भी वही अंजाम हुआ। फिर पड़ोस के एक बच्चे समेत चार लोग उन्हें बचाने के लिए कुएं में उतरे और उनकी भी मौत हो गई। 45 रूपए के चक्कर में सात लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा।
यह दिलदहला देने वाली घटना कंबोडिया की है।
नॉम पेन्ह पोस्ट के अनुसार, 50 वर्षीय तुय चेन का 45 रूपए और एक सिगरेट लाइटर पांच मीटर गहरे कुएं में गिर गया। उसने काफी प्रयास किया लेकिन वह कुएं से उसे नहीं निकाल पाया। इस पर वह वापस घर लौट गया और एक बांस वहीं कुएं के पास ही छोड़ दिया।
उसने घर में इस बात को बताया तो उसका 12 साल का बेटा उस कुएं के पास गया और बांस के सहारे कुएं में उतर गया लेकिन ऑक्सीजन कम होने के कारण उसकी मौत हो गई।
अधिकारियों ने बताया कि लड़का जब लौटकर नहीं आया तो उसकी दो बहनें कुएं के पास गई। उसे निकालने की कोशिश में वे दोनों कुएं में गिर गई। उनकी भी मौत हो गई। सूत्रों का दावा है कि तीनों को बचाने के लिए 12 साल के एक लड़के समेत चार लोग उनको बचाने के लिए पहुंचे। लेकिन उनकी भी मौत हो गई।
उनका कहना है कि एक और शख्स उन सभी को बचाने कुएं के पास गया था उसकी हालत नाजुक है।
"पिता घटना के लिए दोषी"
मृत बच्चे की बहन ने कहा कि उसके भाई को पता था कि उसके पिता का 45 रूपए कुएं में गिर गया है तो वह उसे निकालने पहुंच गया। लेकिन उसने यह नहीं सोचा कि यह खतरनाक हो सकता है ओर इस तरह सात लोगों की मौत हो गई।
उसने कहा कि उसका परिवार गरीब है और गरीबी ही उसके भाई और बहन की मौत का कारण है। उसने कहा कि इन सब के लिए उसके पिता दोषी हैं। अगर वे इस बारे में नहीं बताते तो यह घटना नहीं होती।
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