बीजिंग। आपने रामायण में भगवान राम के परम भक्त हनुमान जी की वानर सेना के बारे में तो सुना ही होगा।
बंदरों से भरपूर इस वानर सेना ने लंका विजय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इन बंदरों के कहर के आगे भयानक राक्षसों से परिपूर्ण रावण की सेना ने भी हार मान ली थी।
अब यही सेना एक बार फिर बनाई और प्रशिक्षित की जा रही है।
दुनिया की सबसे बड़ी आर्मी बनने के बाद चीन बंदरों की भी सेना बना रहा है। चीन की पीपल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) ने यहां के निकट एयरफोर्स स्टेशन की सुरक्षा के लिए बंदरों को प्रशिक्षण दिया है। ये बंदर उड़ानों के लिए खतरा बन रहे पक्षियों को हटाने का काम करेंगे।
एयरफोर्स न्यूज के मुताबिक, बंदरों को पास के पेड़ों पर पक्षियों के घोसलों को नष्ट करने और विमान के उड़ान के दौरान पक्षियों को भगाने की ट्रेनिंग दी रही है। इनको सीटी पर "दुश्मन" को मिटाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। ये अपने ट्रेनर की सीटी पर जवाब देते काम करते हैं। एक बंदर छह घोसले नष्ट कर सकता है।
इस एयरफोर्स स्टेशन की सटीक जगह का खुलासा फिलहाल नहीं किया गया है। गौरतलब है कि इससे पहले एयरफोर्स अफसरों ने पक्षियों की समस्या से निपटने के लिए हर तरीका आजमाया। पटाखे और कई हथियारों का इस्तेमाल किया, लेकिन कुछ असर नहीं हुआ। -
बंदरों से भरपूर इस वानर सेना ने लंका विजय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इन बंदरों के कहर के आगे भयानक राक्षसों से परिपूर्ण रावण की सेना ने भी हार मान ली थी।
अब यही सेना एक बार फिर बनाई और प्रशिक्षित की जा रही है।
दुनिया की सबसे बड़ी आर्मी बनने के बाद चीन बंदरों की भी सेना बना रहा है। चीन की पीपल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) ने यहां के निकट एयरफोर्स स्टेशन की सुरक्षा के लिए बंदरों को प्रशिक्षण दिया है। ये बंदर उड़ानों के लिए खतरा बन रहे पक्षियों को हटाने का काम करेंगे।
एयरफोर्स न्यूज के मुताबिक, बंदरों को पास के पेड़ों पर पक्षियों के घोसलों को नष्ट करने और विमान के उड़ान के दौरान पक्षियों को भगाने की ट्रेनिंग दी रही है। इनको सीटी पर "दुश्मन" को मिटाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। ये अपने ट्रेनर की सीटी पर जवाब देते काम करते हैं। एक बंदर छह घोसले नष्ट कर सकता है।
इस एयरफोर्स स्टेशन की सटीक जगह का खुलासा फिलहाल नहीं किया गया है। गौरतलब है कि इससे पहले एयरफोर्स अफसरों ने पक्षियों की समस्या से निपटने के लिए हर तरीका आजमाया। पटाखे और कई हथियारों का इस्तेमाल किया, लेकिन कुछ असर नहीं हुआ। -
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