नागौर से भाजपा को उम्मीद नहि ,कांग्रेस उत्साहित
जयपुर। राजस्थान में सरकार होने और प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की हवा होने के बावजूद नागौर लोकसभा क्षेत्र के नतीजे भाजपा के लिए चौंकाने वाले हो सकते हैं। इसका खुलासा नागौर लोकसभा क्षेत्र की वोटिंग ट्रेंड रिपोर्ट और स्थानीय कार्यकर्ताओं से मिले फीडबैक रिपोर्ट में हुआ है। पार्टी सूत्रों की मानें तो नागौर में करीब आधा दर्जन भाजपा विधायकों ने पार्टी उम्मीदवार सीआर चौधरी को पूरा सहयोग नहीं दिया।
भाजपा विधायकों ने दिया कांग्रेस का साथ
फीडबैक में कहा गया है कि भाजपा विधायकों ने कांग्रेस को फायदा पहुंचाने के लिए प्रचार अभियान व जनसम्पर्क को लेकर उदासीन रवैया अपनाए रखा। इसके कारण भाजपा प्रत्याशी को कांग्रेस और निर्दलीय उम्मीदवार हनुमान बेनीवाल के मुकाबले अपने पक्ष में माहौल बनाने में परेशानी का सामना करना पड़ा। इस रिपोर्ट मेंं कुछ भाजपा विधायकों के कांग्रेस प्रत्याशी के प्रभाव में आने की बात कही गई है।
10 मई को पेश होगी रिपोर्ट
बूथ स्तर से मिली जानकारी में कहा गया कि विधायक प्रचार से उदासीन रहे, तो कुछ अंदरखाने कांग्रेस उम्मीदवार को फायदा पहुंचाने में लगे रहे। रिपोर्ट में एक कैबिनेट मंत्री पर ही पार्टी का साथ देने का भरोसा जताया गया। रिपोर्ट 10 मई को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के समक्ष पेश की जाएगी।
विधायकों पर साथ नहीं देने का आरोप
मंगलवार शाम को प्रदेश भाजपा कार्यालय फीडबैक रिपोर्ट देने नागौर से आए स्थानीय पदाधिकारियों ने भी विधायकों द्वारा पार्टी उम्मीदवार का पूरा समर्थन नहीं देने की बात कही। उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव में 3-4 पार्टी विधायकों का रवैया निराशाजनक रहा। उनके कामकाज को देखकर लगा कि वे जानबूझकर दूसरे उम्मीदवारों का फायदा पहुंचाना चाह रहे हों। -
जयपुर। राजस्थान में सरकार होने और प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की हवा होने के बावजूद नागौर लोकसभा क्षेत्र के नतीजे भाजपा के लिए चौंकाने वाले हो सकते हैं। इसका खुलासा नागौर लोकसभा क्षेत्र की वोटिंग ट्रेंड रिपोर्ट और स्थानीय कार्यकर्ताओं से मिले फीडबैक रिपोर्ट में हुआ है। पार्टी सूत्रों की मानें तो नागौर में करीब आधा दर्जन भाजपा विधायकों ने पार्टी उम्मीदवार सीआर चौधरी को पूरा सहयोग नहीं दिया।
भाजपा विधायकों ने दिया कांग्रेस का साथ
फीडबैक में कहा गया है कि भाजपा विधायकों ने कांग्रेस को फायदा पहुंचाने के लिए प्रचार अभियान व जनसम्पर्क को लेकर उदासीन रवैया अपनाए रखा। इसके कारण भाजपा प्रत्याशी को कांग्रेस और निर्दलीय उम्मीदवार हनुमान बेनीवाल के मुकाबले अपने पक्ष में माहौल बनाने में परेशानी का सामना करना पड़ा। इस रिपोर्ट मेंं कुछ भाजपा विधायकों के कांग्रेस प्रत्याशी के प्रभाव में आने की बात कही गई है।
10 मई को पेश होगी रिपोर्ट
बूथ स्तर से मिली जानकारी में कहा गया कि विधायक प्रचार से उदासीन रहे, तो कुछ अंदरखाने कांग्रेस उम्मीदवार को फायदा पहुंचाने में लगे रहे। रिपोर्ट में एक कैबिनेट मंत्री पर ही पार्टी का साथ देने का भरोसा जताया गया। रिपोर्ट 10 मई को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के समक्ष पेश की जाएगी।
विधायकों पर साथ नहीं देने का आरोप
मंगलवार शाम को प्रदेश भाजपा कार्यालय फीडबैक रिपोर्ट देने नागौर से आए स्थानीय पदाधिकारियों ने भी विधायकों द्वारा पार्टी उम्मीदवार का पूरा समर्थन नहीं देने की बात कही। उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव में 3-4 पार्टी विधायकों का रवैया निराशाजनक रहा। उनके कामकाज को देखकर लगा कि वे जानबूझकर दूसरे उम्मीदवारों का फायदा पहुंचाना चाह रहे हों। -
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