शनिवार, 24 मई 2014

भारतीय जादूगरी के महानायक जादूगर शिव कुमार के विचित्र कारनामे







स्टंटमैन शिव कुमार की  हैरत भरी जादुई दुनिया
भारतीय जादूगरी के महानायक  जादूगर शिव कुमार के  विचित्र कारनामे



दुनिया विचित्रताओं से भरी पड़ी है और •ुछ लोग एैसे भी होते है जिन्हे अजब- गजब •रतबो •ो •र दिखाने •ी सन• सिर पर हर पल सवार सा होता है और वे •ुछ एैसा •र गुजरते है जिन्हे देख •र लगता है •ि हम खुली ऑखो से जागृत अवस्था मे भी •ोई सुन्दर सा सपना देख रहे है या •िसी सपनो •ी विचित्र दूनिया में आ गए हो। एैसा ही ए• अदभुत फन•ार स्टंटमैन व जादूगर शिव •ुमार भारत •ी धरा पर मौजूद है जिसे अजब- गजब •रतबो •ा शहंशाह •हा जाता है।
राजस्थान •े अलवर जिला •े मुण्डावर तहसील •े ग्राम रामबास •े वासी शिव •ुमार आज पूरे विश्व में अपने •रतबो •े लिए चर्चित हो चू•े हैं और इन्हे भारत •ा डेविड •ॉपरफील्ड •े रुप में भी जाना जाता है। महज सात साल •ी उम्र से ही अपनी ए• अलग जादुई दुनिया बसा लेने वाले शिव •ुमार •ो तब घर परिवार •े लोग नालाय• बच्चा •हा •रते थे पर आज उसी नालाय• बच्चे •ी •रतबो ने एैसी शोहरत और सफलता दे दी है •ि दूर दराज •े परिचित भी शिव •ुमार •ेा अपना बताने में गर्व महसूस •रता है।शिव •ुमार •ी माने तो उन्हे खुद य•ीन न था •ि जूनून •ी हद त• पहॅुच चु•ी उन•ी प्रयोगो •ी फितरत उन्हे ए• स्टार बना देगी।
शिव •ुमार बताते है •ि उन्होने ए• महात्मा •ो नंगे पैर आग पर चलते देख•र इस •दर प्रभावित हुए •ि अगले ही दिन से उस खतरना• •रतब •ो •र दिखाने •ो वेचैन रहने लगे। •ोई गुरु नही, •ोई प्रोत्साह• नही पर दिल में जुनून •ी एैसा •रना है।चुप•े से आधी रात में ए• जगह आग जलाई और •ूद पड़े धध•ती हुई ज्वाला मे। •पड़ो में आग लग गई और वे झुलस •र रह गये पर हिम्मत न हारा और वे •ुछ अंतराल पर बार-बार आग पर चलने •ा प्रयोग •रते रहे और अब आग से खेलना उन•ा शगल बन चू•ा है। वे न सिर्फ आग पर चलते है,वल्•ि लोहे •ी गर्म सरिया •ो जीभ से चाट-चाट •र ठंडा •र देने मे भी इन्हे महारत हासिल है। दर्श•ो से मिलने वाली तालियों •ी भूख एैसी होती है •ि इन्सान क्या से क्या •र गुजरता है।आम आदमी जहां गद्वेदार बिस्तरो पर सोता है वही शिव •ुमार •ांटो •ी सेज पर •ई-•ई दिनों त• सो जाते है।
34 वर्षीय शिव •ुमार •े खतरना• स्टंट •ी दुनिया में अनगिनत •रतब शामिल है और आज त• दुनिया •ा •ोई भी स्टंट •ला•ार इतना स्टंट शो नही •र पाया है। शारीरि• और मानसि• शक्ति •ा बेजोड़ प्रदर्शन •रते हुए 1996 में उन्होने अपने बालो से ए• भरे हुए ट्र• •ो खिंच डाला और फिर तो इस •रतब •ा सै•ड़ो बार प्रदर्शन •र विभिन्न सामाजि• •ार्यो •े लिए धन ए•त्रित •रने •ा सिलसिला शुरु हो गया। शिव •ुमार अपने स्टंट शो में दर्जनो •रतब दिखाते है। अपने सिने पर से ट्र• चलवाने •ा •रतब दर्श•ो •े रोंगटे खड़े •र देता है पर शिव •ुमार •े लिए यह सब समाजसेवा और दर्श•ो •े मनोरंजन •े लिए •िया गया महज मौत से •िए गए संघर्ष से ए• जीत है। खुद •ो दर्द पहुॅचा •र दूसरो •ो आनंदित •रना वा•ई •ठिन नही, •ठिनतम •ाम है जिसे शिव •ुमार जैसा महान •ला•ार ही •र स•ता है। अपने शरीर •ो ब्लेड से चीर •र लहुलूहान होने •े बाद उसमे नम• मिर्च •ा बुरादा डाल •र भी मुस्•ुराने •ी •ला शिव •ुमार ने बचपन में ही सीख ली थी और •ई-•ई दिनो त• लगातार स्टंट •रते हुए शिव •ुमार ने देश पर जब भी •ोई विपदा आई तो विभिन्न राहत •ोषो •े लिए अपने इन्ही •रतबो से चैरिटी •े लाखो रुपये जुटा •र मानवता •ी सेवा •ी। शिव •ुमार ए• ओर जहां स्टंट •रतबो •े लिए पूरी दुनिया में जाने पहचाने जाते है,वही ए• जादूगर •े रुप में भी सुपर स्टार शो मैन •ा मु•ाम हासिल •र चु•े है। सफलता और शोहरत •ो अपनी दासी बना चु•े जादूगर शिव •ुमार अपने 5० महिला-पुरुष सह•र्मियो •ला•ारो •ी विशाल टीम •े साथ सालो भर देश-विदेश •े भव्य रंगमंचो पर निरंतर प्रदर्शन •रते रहते है। विश्व स्तरीय जादू प्रतियोगिताओं मे •ई बार प्रथम स्थान प्राप्त •र चु•े शिव •ुमार अब त• सै•ड़ो बार सामाजि• संस्थओं द्वारा सम्मानित •िए जा चु•े है। इन•े विशाल जादुई •ाफिले मे 50 टन •ा भारी साजो-सामान भी शामिल है। अपने दो घंटे •े शो मे लडक़ी •ो हवा मे उड़ाने, लडक़े •ो बिजली •े आरा से खुलेआम दो टु•ड़ा •ाट •र अलग अलग •र देने,मिस्र •ी ममी •ो जीवित •र हवा मे उड़ाने,खाली हाथ रुपयो •ी बरसात •र देने,चलते हुए पंखे से आर-पार नि•लने,•ामरुप •ी जादूगरनियों •ो मंच पर प्रस्तुत •रने,इच्छाधारी नागिन •ा पल पल में रुप बदलने, लडक़ी •ो तलवार •ी नों• पर सुला •र लडक़ी •े पेट से तलवार आर-पार •र देने,•ांच खाने जैसे हैरतंगेज •रतब पूरी उत्•ृष्टता व भव्यता •े साथ दिखा •र दुनियां •े लाखों लोगो •ो अपने सम्मोहन जाल में ज•ड़ चु•े तिलिस्मी दुनिया •े बेताज बादशाह शिव •ुमार •हते है •ि यह सब भारत •ी प्राचीनतम •ला है पर इसे यहां प्रोत्साहन नही मिल रहा, जब•ि विदेशो इसे हर तरी•े से वहां •ी सर•ारे प्रोत्साहित •र रही है। फिर भी शिव •ुमार आशावान है •ि मैजि• अ•ादमी •ी स्थापना •े बाद भारतीय जादूगरी भी नवीन शिखरो •ा स्र्पश •रेगा। वे जादू अ•ादमी •ी स्थापना •े लिए पूरी शिद्धत •े साथ प्रयास •र रहे है।

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