मुंबई। पूर्व आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी के लिए भले ही एक बार फिर राजस्थान क्रिकेट संघ (आरसीए) का अध्यक्ष चुन लिए गए हों लेकिन इसके कुछ घंटे बाद ही भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने आरसीए को निलंबित कर दिया।
आरसीए में मोदी की वापसी का शुरू से ही विरोध कर रहे बीसीसीआई ने आखिरकार राज्य के क्रिकेट संघ को निलंबित करने तथा साथ ही इसकी गतिविधियों को संचालित करने के लिये एक तदर्थ संस्था बनाने का निर्णय किया।
इस पूरे घाटनाक्रम के बाद मोदी और बीसीसीआई के बीच कानूनी लड़ाई की स्थिति बनती नजर आ रही है।
आरसीए के गत 19 दिसम्बर को हुये चुनाव परिणाम पर उच्चतम न्यायालय द्वारा रोक लगा दी गई थी। लेकिन अदालत के आदेश पर ही पर्यवेक्षक ने मंगलवार को परिणामों की घोषणा की, जिसमें मोदी को 33 में से 24 मत मिले जबकि निवर्तमान अध्यक्ष सी पी जोशी गुट के रामपाल शर्मा को 33 मतों में से सिर्फ पांच मत ही हासिल हुये।
गत सप्ताह उच्चतम न्यायालय ने सीलबंद लिफाफे में बंद मतों की गणना कर छह मई को इसके परिणाम घोषित करने का आदेश दिया था। -
आरसीए में मोदी की वापसी का शुरू से ही विरोध कर रहे बीसीसीआई ने आखिरकार राज्य के क्रिकेट संघ को निलंबित करने तथा साथ ही इसकी गतिविधियों को संचालित करने के लिये एक तदर्थ संस्था बनाने का निर्णय किया।
इस पूरे घाटनाक्रम के बाद मोदी और बीसीसीआई के बीच कानूनी लड़ाई की स्थिति बनती नजर आ रही है।
आरसीए के गत 19 दिसम्बर को हुये चुनाव परिणाम पर उच्चतम न्यायालय द्वारा रोक लगा दी गई थी। लेकिन अदालत के आदेश पर ही पर्यवेक्षक ने मंगलवार को परिणामों की घोषणा की, जिसमें मोदी को 33 में से 24 मत मिले जबकि निवर्तमान अध्यक्ष सी पी जोशी गुट के रामपाल शर्मा को 33 मतों में से सिर्फ पांच मत ही हासिल हुये।
गत सप्ताह उच्चतम न्यायालय ने सीलबंद लिफाफे में बंद मतों की गणना कर छह मई को इसके परिणाम घोषित करने का आदेश दिया था। -
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