मंगलवार, 13 मई 2014

महात्मा गांधी नरेगा मंे अधिकाधिक लोगों को नियोजित करने के निर्देेश



महात्मा गांधी नरेगा मंे अधिकाधिक लोगों  को नियोजित करने के निर्देेश
 


-श्रमिकांे को मांग के अनुसार रोजगार एवं उनकी जरूरत के मुताबिक कार्य की मांग के लिए आवेदन फार्म-6 उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। तीन दिवस के भीतर कम श्रमिकांे के नियोजन के संबंध मंे कार्यक्रम अधिकारियांे को स्पष्टीकरण देने को कहा गया है।
 

बाड़मेर, 13 मई। महात्मा गांधी नरेगा योजना मंे मौजूदा समय मंे रोजगार की अधिकतम मांग को देखते हुए मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेन्द्र मिश्रा ने तत्काल प्रभाव से श्रमिकांे की मांग के अनुसार रोजगार उपलब्ध कराने के निर्देश कार्यक्रम अधिकारियांे को दिए है। ग्राम पंचायत स्तर पर श्रमिकांे के मांग के अनुरूप कार्य आवेदन फार्म नंबर 6 लेने के निर्देश दिए गए है। इसके अलावा श्रमिकांे की मांग के अनुरूप रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रत्येक राजस्व गांव मंे कार्य स्वीकृति सुनिश्चित करने एवं आवश्यकतानुसार वर्ष 2014-15 की कार्य योजना मंे से नये कार्याें के प्रस्ताव स्वीकृति हेतु भिजवाने के निर्देश दिए गए हैं।
अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश कुमार दाधीच ने बताया कि महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत 12 मई की स्थिति के अनुसार चैहटन की 49, धोरीमन्ना मंे 37, बाड़मेर 28, बायतू 43, बालोतरा 22, शिव मंे 28, सिणधरी 24 एवं सिवाना की 13 ग्राम पंचायतांे मंे श्रमिकांे का नियोजन शून्य है। जबकि वर्तमान मंे श्रमिकांे को रोजगार की अधिकतम मांग रहती है। इतनी कम संख्या मंे श्रमिकांे को नियोजन होने से स्पष्ट है कि ग्राम पंचायत स्तर पर कार्यरत ग्राम रोजगार सहायक द्वारा श्रमिकांे से उनकी मांग के अनुरूप फार्म नंबर-6 मंे आवेदन नहीं लिए जा रहे है। दाधीच ने बताया कि इसको गंभीरता से लेते हुए कार्यक्रम अधिकारियांे को निर्देशित किया गया है कि तत्काल प्रभाव से श्रमिकांे की मांग के अनुसार रोजगार उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करवाए। साथ ही तीन दिवस के भीतर कम श्रमिकांे के नियोजन के संबंध मंे कार्यक्रम अधिकारियांे को स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए है।
दाधीच ने बताया कि कार्यक्रम अधिकारियांे को बाड़मेर जिले मंे महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत 31526 प्रगतिरत एवं 11145 अप्रारंभ कार्याें पर प्राथमिकता से श्रमिकांे को मांग के अनुरूप नियोजित कर पूर्ण करवाने के निर्देश दिए है। उन्हांेने बताया कि बाड़मेर जिले की चैहटन पंचायत समिति मंे प्रगतिरत कार्य 3920 एवं प्रारंभ कार्य 669, धोरीमन्ना पंचायत समिति मंे क्रमशः 4498 एवं 948, बाड़मेर मंे 4566 एवं 3037, बायतू मंे 6819 एवं 2024, बालोतरा मंे 3838 एवं 1922, शिव मंे 2568 एवं 1159, सिणधरी मंे 4531 एवं 1191 तथा सिवाना मंे 786 प्रगतिरत एवं 195 कार्य अप्रारंभ है। दाधीच ने बताया कि श्रमिकांे की मांग के अनुरूप रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रत्येक राजस्व गांव मंे कार्य स्वीकृति सुनिश्चित करने एवं आवश्यकतानुसार वर्ष 2014-15 की कार्य योजना मंे से नये कार्याें के प्रस्ताव स्वीकृति हेतु भिजवाने के निर्देश दिए गए हैं। स्वीकृति के लिए प्रस्तावित कार्याें मंे व्यक्तिगत श्रेणी के कार्याें के प्रस्ताव प्राथमिकता से भिजवाने के निर्देश दिए गए है।



कार्यक्रम अधिकारी प्रतिदिन करेंगे महात्मा गांधी नरेगा की समीक्षा
 

- वित्तीय वर्ष 2014-15 मंे लेबर बजट के अनुसार श्रमिकांे को ज्यादा से ज्यादा नियोजित करने एवं मई, जून एवं जुलाई मंे श्रम बजट के अनुसार मानव दिवस सृजित करने के निर्देश दिए गए है।
 

बाड़मेर, 13 मई। महात्मा गांधी नरेगा योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए कार्यक्रम अधिकारियांे को प्रतिदिन स्वंय जारी मस्टररोल एवं फील्ड मंे संचालित मस्टररोलांे की समीक्षा करने के निर्देश दिए गए है। श्रमिकांे को समय पर भुगतान सुनिश्चित करने को कहा गया है ताकि विलंबित भुगतान की स्थिति पैदा नहीं हो, अगर ऐसा हुआ तो संबंधित कार्मिक के विरूद्व कार्यवाही की जाएगी।
अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्यक सुरेश कुमार दाधीच ने बताया कि बाड़मेर जिले मंे मौजूदा समय मंे 31526 कार्य प्रगतिरत है। ऐसे मंे कार्यक्रम अधिकारियांे को निर्देशित कराया गया है कि वे प्रगतिरत कार्याें पर प्राथमिकता से श्रमिकांे का नियोजन करने के साथ उनको पूर्ण करवाकर एमआईएस पर पूर्ण दर्शाए। वित्तीय वर्ष 2013-14 मंे जिन ग्राम पंचायतांे मंे द्वारा सामग्री मद मंे 40 प्रतिशत से अधिक व्यय किया गया है, उसका विवरण अलर्ट पर उपलब्ध है। ऐसी ग्राम पंचायतांे के विरूद्व अनुशासनात्मक कार्यवाही कर अवगत कराने को कहा गया है। निर्देशांे के अनुसार एमआईएस पर बकाया भुगतान के संबंध मंे सभी कार्यक्रम अधिकारियांे को प्रतिदिन मोनेटरिंग करने एवं बकाया भुगतान का निस्तारण करने के निर्देश दिए गए है। दाधीच के अनुसार वर्ष 2012-13 तक असमायोजित राशि के विरूद्व समायोजन/वसूली की प्रगति अत्यंत असंतोषजनक है। इसी तरह वर्ष 2013-14 के दौरान व्यय हुई राशि के विरूद्व मात्र 30 प्रतिशत ही समायोजन किया गया है। जबकि प्रमुख शासन सचिव के निर्देशानुसार 2013-14 मंे व्यय का 80 प्रतिशत समायोजन 30 अप्रैल तक हो जाना चाहिए था। कार्यक्रम अधिकारियांे को सात दिवस के भीतर लक्ष्य के अनुसार उपलब्धि हासिल करने के निर्देश दिए गए है। ऐसा नहीं करने पर कार्यक्रम अधिकारियांे के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही प्रारंभ करने की चेतावनी दी गई है।
 

मेटांे को प्रतिदिन मिलेंगे 174 रूपए
 

बाड़मेर,13 मई। महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत नियोजित मेटांे को अब प्रतिदिन 174 रूपए मिलेंगे। अब तक मेटों को प्रतिदिन 164 रूपए मिल रहे थे।
अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश कुमार दाधीच ने बताया कि महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत श्रमिकांे को 1 अप्रैल 2014 से प्रतिदिन 163 रूपए मजदूरी का भुगतान किया जा रहा है। राज्य सरकार के निर्देशों के अनुसार 1 अप्रैल से मेटांे को रोजाना 174 रूपए का भुगतान करने के निर्देश दिए गए है। पूर्व मंे जिन मेटांे को भुगतान कर दिया गया है, उन्हें किसी प्रकार का एरियर नहीं दिया जाएगा। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू करने के निर्देश दिए गए है।

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