शुक्रवार, 30 मई 2014

लाखों ग्रामीणों को मिलेगा आरओ का मीठा पानी





लाखों ग्रामीणों को मिलेगा आरओ का मीठा पानी


-जिले के 160 गांवों में लगेगे आरों प्लान्ट


-दस पैसे प्रति लीटर मिलेगा पानी



बाड़मेर अपनी भूजल में मौजूद विपरीत रसायनिक तत्वों के चलते खारे पानी के जान में शुमार बाड़मेर के वाषिन्दों के लिये अच्छी खबर है। जिले के लाखों गा्रमीणों को जल्द ही आरओ का फिल्टर्ड मिठा पानी मुहैया होगा। राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम के अन्तर्गत जिले के 160 गांवों में यह मीठा पानी 10 पैसे प्रति लीटर की दर से उपलब्ध होगा। बाड़मेर जिले में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग इस वितीय वर्ष में 160 गांवों में आरओ प्लान लगाने जा रहा है जिससे भूजल में मौजूद पानी के खारे पानी से जूझ रहे लाखों ग्रामीणों को शुद्ध पानी मिलना शुरू हो जायेगा इसको लेकर कार्य युद्ध स्तर पर जारी है और कई गांवों में कार्य पूर्ण भी हो चुके है। राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम में तहत बन रहे इन आरओ प्लान्ट का आगामी 7 वर्षो तक मरम्मत व चलाने का काम निर्माणकर्ता फर्म द्वारा किया जायेगा साथ ही जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग इस प्लान्ट के निरिक्षण का कार्य करेगा। आर ओ प्लान्ट से दो रूपये में 20 लीटर पेयजल मुहैया करवाया जायेगा साथ प्लान्ट से ग्रामीणों के घर तक पानी पहुंचाने का काम भी किया जायेगा। जिले के जिन 160 गांवों का चयन इस योजना के लिये किया गया है वहां पर पानी का स्तर और पानी की गुणवता अत्यन्त खराब है साथ पानी में मौजूद रसायन मानव जीवन के लिये विपरीत प्रभाव डालने वाले है ऐसे में इन गांवों में इन प्लान्ट के लगने के बाद गा्रमीणों को बड़ी राहत मिलेगी जिले के बाड़मेर, बालोतरा, चैहटन, षिव, धोरिमन्ना, और सिणधरी ब्लाॅक में यह योजना धरातल पर उतारी जा रही है। जबकि बाड़मेर लिफ्ट पेयजल परियोजना से जुड़ने के चलते बायतू और उम्मेदसागर धवा लिफ्ट पेयजल परियोजना से जुड़ने के चलते सिवाना में इस योजना को अमल में नहीं लाया जायेगा। आगामी मार्च तक पुरा होने वाली इस योजना के लिये सर्फेष वाटर जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग स्वयं मुहैया करवायेगा और सात साल तक निर्माणकर्ता फर्म के पास रहने के बाद विभाग को सुपुर्द कर दिये जायेगें।




इनका कहना है -


आगामी मार्च तक सभी 160 आरओ प्लान्ट काम करना शुरू कर लेगें जिससे लाखों ग्रामीणों को सीधा फायदा पहुंचेगा अब तक जिले भर में 36 गांवों में आरओ प्लान्ट बन चुके है जगह का चयन गांवों में मौजूद पानी की गुणवता और पानी में मौजूद रसायनिक तत्वों के आधार पर किया गया है निर्माणकर्ता ठेकदार द्वारा पानी को घर-घर पहुंचाने का काम भी किया जायेगा।

- बीएल जाटोल अतिरिक्त कार्यभार अधिक्षण अभियंता वृत बाड़मेर
 

जिले के जिन 160 गांवों में राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम के तहत आरओ प्लान्ट लगाये जा रहे है उन गांवों में हर नागरिक इस योजना का लाभ उठाये इसके लिए जनजागरण का कार्य किया जा रहा है। विभिन्न जन जागृति माध्यमों से हर किसी को इस योजना और इसके महत्व के बारे में बताया जा रहा है।




- अशोकसिंह राजपुरोहिंत, आईईसी कन्सलटैन्ट, सीसीडीयू बाड़मेर


यहां लगेगे आरओ प्लान्ट

बाड़मेर ब्लाॅक - 12


बालोतरा ब्लाॅक - 08


चैहटन ब्लाॅक -45


षिव ब्लाॅक - 27


धोरिमन्ना ब्लाॅक - 30


सिणधरी ब्लाॅक - 38


बायतू ब्लाॅक - नहीं


सिवाना ब्लाॅक - नहीं











कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें