जोधपुर।एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) ने महामंदिर थाने के एएसआई राणाराम विश्नोई को गुरूवार को दस हजार रूपए की उगाही करते पकड़ लिया। आरोपी पेट्रोल पंप पर झगड़े के मामले में ट्रांसपोर्टर व उसके मित्र को फंसाने की धमकी दे रहा था।
ब्यूरो के कार्यवाहक उप महानिरीक्षक व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरपत सिंह के अनुसार दस मई को भदवासिया पेट्रोल पंप पर कुछ लोगों ने तोड़फोड़ की थी। महामंदिर थाने में ओमप्रकाश विश्नोई व उसके साथी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। ओमप्रकाश भदवासिया मण्डी में ट्रांसपोर्ट व्यवसाय करने वाले बीजेएस निवासी विजय सिंह का वाहन चलाता है।
जांच अधिकारी एएसआई राणाराम ने विजय व उसके मित्र को भी मामले में फंसाने की धमकी दी। इससे बचाने की एवज में पचास हजार रूपए मांगे, लेकिन 35 हजार में सौदा तय करके विजय ने इसकी लिखित शिकायत एसीबी जोधपुर ग्रामीण चौकी प्रभारी एएसपी सीपी शर्मा से की। सत्यापन में रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई।
आरोपी ओमप्रकाश को गुरूवार को जेल भिजवाने के बाद दोपहर में एएसआई व विजय कोर्ट के पिछले गेट के पास स्थित अरोड़ा होटल में मिले, जहां विजय ने एएसआई को पहली किस्त के दस हजार रूपए दे दिए। तभी ब्यूरो के निरीक्षक अनिल शर्मा ने एएसआई को गिरफ्तार कर लिया। वह मूलत: लोहावट थानान्तर्गत ढाबर हाल पहाड़गंज द्वितीय निवासी है। ब्यूरो के निरीक्षक कैलाश पारीक ने उसके आवास की तलाशी ली, लेकिन वहां किराएदार ही रहते मिले।
दस दिन में दूसरा एएसआई ट्रैप : एसीबी ने तेरह मई को गौरव पथ स्थित पुलिस चौकी में रातानाडा थाने के एएसआई भोमाराम को भी दस हजार रूपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। एएसआई ने यह राशि परस्पर विरोधी मामले में से पांच आरोपियों के नाम हटाने की एवज में ली थी। -
ब्यूरो के कार्यवाहक उप महानिरीक्षक व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरपत सिंह के अनुसार दस मई को भदवासिया पेट्रोल पंप पर कुछ लोगों ने तोड़फोड़ की थी। महामंदिर थाने में ओमप्रकाश विश्नोई व उसके साथी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। ओमप्रकाश भदवासिया मण्डी में ट्रांसपोर्ट व्यवसाय करने वाले बीजेएस निवासी विजय सिंह का वाहन चलाता है।
जांच अधिकारी एएसआई राणाराम ने विजय व उसके मित्र को भी मामले में फंसाने की धमकी दी। इससे बचाने की एवज में पचास हजार रूपए मांगे, लेकिन 35 हजार में सौदा तय करके विजय ने इसकी लिखित शिकायत एसीबी जोधपुर ग्रामीण चौकी प्रभारी एएसपी सीपी शर्मा से की। सत्यापन में रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई।
आरोपी ओमप्रकाश को गुरूवार को जेल भिजवाने के बाद दोपहर में एएसआई व विजय कोर्ट के पिछले गेट के पास स्थित अरोड़ा होटल में मिले, जहां विजय ने एएसआई को पहली किस्त के दस हजार रूपए दे दिए। तभी ब्यूरो के निरीक्षक अनिल शर्मा ने एएसआई को गिरफ्तार कर लिया। वह मूलत: लोहावट थानान्तर्गत ढाबर हाल पहाड़गंज द्वितीय निवासी है। ब्यूरो के निरीक्षक कैलाश पारीक ने उसके आवास की तलाशी ली, लेकिन वहां किराएदार ही रहते मिले।
दस दिन में दूसरा एएसआई ट्रैप : एसीबी ने तेरह मई को गौरव पथ स्थित पुलिस चौकी में रातानाडा थाने के एएसआई भोमाराम को भी दस हजार रूपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। एएसआई ने यह राशि परस्पर विरोधी मामले में से पांच आरोपियों के नाम हटाने की एवज में ली थी। -
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