मंगलवार, 29 अप्रैल 2014

थाने गई थी पति को छुड़ाने, पुलिसवालों ने लूटी अस्मत -

सांगली। आपराधिक मामले में बंद पति को छुड़ाने के लिए थाने गई एक महिला अस्मत लुटा बैठी। करीब 15 दिन तक पुलिस अफसर उसके साथ गंदा काम करते रहे, 5 लाख से ज्यादा रूपए भी ले लिए इसके बाद भी पति को नहीं छोड़ा। मामला तब खुला जब पीडित महिला ने सीधे कोर्ट में इस मामले की शिकायत दी। मामला महाराष्ट्र के सांगली जिले का है। इस थाने में महिला के पति को गिरफ्तार कर बंद कर दिया गया था।allegedly sexually abusing a woman on the pretext of releasing her husband
35 वर्षीय पीडिता महिला ने अपनी शिकायत में कहा है कि जून 2013 में उसके पति के खिलाफ झूठा आपराधिक मामला बनाया गया था और तब उसने कुलकर्णी और उनके सहायक काले से आग्रह किया था कि उनके पति को छोड़ दिया जाए। महिला के पति छोड़ने के लिए अधिकारियों ने महिला से पांच लाख रूपए और गलत संबंध बनाने की मांग की थी।

महिला ने पुलिस अधिकारियों को पांच लाख 25 हजार रूपए भी दिए। उसी रात काले ने महिला को एक होटल में बुलाया और उसके साथ बलात्कार किया और दूसरे दिन कुलकर्णी आए और उन्होंने भी महिला के साथ बलात्कार किया। महिला ने आरोप लगाया है कि दोनों उस दिन से 15 दिन तक लगातार उसकी इज्जत दोनों पुलिस अधिकारी लूटते रहे।

इसके बाद परेशान महिला ने सीधे जिला अदालत में पुलिस अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी। अदालत ने दोनों पुलिस अधिकारियों के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज करने और जांच करने का आदेश दिया।

एक सस्पेंड, दूसरे पर भी गिरेगी गाज

महाराष्ट्र में सांगली जिला पुलिस अधीक्षक दिलीप सावंत ने सहायक पुलिस निरीक्षक शिवाजी काले को एक महिला के साथ दुष्कर्म के मामले में सोमवार को निलंबित कर दिया। इस मामले में एक अन्य आरोपी पुलिस निरीक्षक नरेन्द्र कुलकर्णी (पुलिस प्रशिक्षण विभाग) पर भी गाज गिर सकती है।

पुलिस उपाधीक्षक कपिता नेरकर की जांच के बाद सावंत ने काले को निलंबित करने का आदेश दिया। जांच रिपोर्ट अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण विभाग को भेज कर उनसे कुलकर्णी पर कार्रवाई करने का आग्रह किया गया है।

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