अबोहर। उसने कभी लॉटरी की टिकट नहीं खरीदी थी। दोस्त ने खुद की टिकट के साथ उसके लिए भी एक टिकट खरीद ली और उधार पर ली गई इस टिकट ने आज उसे करोड़पति बना दिया।
दोस्त तो एक अंक से चूक गया, लेकिन अबोहर में एक स्वीट हाउस पर पूरी बेलने वाला सुभाष शर्मा किस्मत का सिंकदर निकला। पंजाब सरकार की एक करोड़ की लॉटरी निकलने की सूचना मिली तो एकबारगी उसकी बांछे खिल गई।
गोबिन्द नगरी निवासी सुभाष शर्मा को उसके दोस्त रिंकू शर्मा ने एक सप्ताह पहले रानी झांसी मार्केट स्थित प्रेम न्यूज एजेन्सी के मिहिर टिकट स्टाल से पंजाब सरकार के एक करोड़ रूपए इनाम वाली लॉटरी की टिकट खरीद कर दी।
पहले उसने मना किया, लेकिन रिंकू ने जबरन एक टिकट उसके नाम से खरीद पैसे बाद मेें देने का कह उसके जेब में डाल दी। बुधवार को समाचार पत्र में लॉटरी का परिणाम छपा।
सुभाष ने दुकान से अपने घर फोन कर टिकट ए सीरिज 377393 का मिलना करवाया तो खुशी से उछल पड़ा। वह करोड़पति बन चुका था। उधर सुभाष्ा अपने टिकट नम्बर 377394 से महज एक अंक से विजेता बनने से चूक गया।
और जुट गया काम में
सुभाष के लाटरी निकलने की सूचना मिलते ही लोग उसे बधाई देने दुकान पर पहुंच गए। उसने सभी का मुंह मीठा करवाया और फिर आम दिनों की तरह ही अपने काम में जुट गया।
उसका कहना था कि "मेरी किस्मत सी लॉटरी निकल गई आवदा कम्म थोड़ा छड़ना है" उसे टैक्स काटकर लगभग 67 लाख रूपए दिए जाएंगे। इतनी बड़ी रकम का वह क्या करेगा? इस सवाल पर उसने कहा नौ भाई बहनों में बांट देगा ताकि सभी का गुजर-बसर आसानी से हो सके।
दोस्त तो एक अंक से चूक गया, लेकिन अबोहर में एक स्वीट हाउस पर पूरी बेलने वाला सुभाष शर्मा किस्मत का सिंकदर निकला। पंजाब सरकार की एक करोड़ की लॉटरी निकलने की सूचना मिली तो एकबारगी उसकी बांछे खिल गई।
गोबिन्द नगरी निवासी सुभाष शर्मा को उसके दोस्त रिंकू शर्मा ने एक सप्ताह पहले रानी झांसी मार्केट स्थित प्रेम न्यूज एजेन्सी के मिहिर टिकट स्टाल से पंजाब सरकार के एक करोड़ रूपए इनाम वाली लॉटरी की टिकट खरीद कर दी।
पहले उसने मना किया, लेकिन रिंकू ने जबरन एक टिकट उसके नाम से खरीद पैसे बाद मेें देने का कह उसके जेब में डाल दी। बुधवार को समाचार पत्र में लॉटरी का परिणाम छपा।
सुभाष ने दुकान से अपने घर फोन कर टिकट ए सीरिज 377393 का मिलना करवाया तो खुशी से उछल पड़ा। वह करोड़पति बन चुका था। उधर सुभाष्ा अपने टिकट नम्बर 377394 से महज एक अंक से विजेता बनने से चूक गया।
और जुट गया काम में
सुभाष के लाटरी निकलने की सूचना मिलते ही लोग उसे बधाई देने दुकान पर पहुंच गए। उसने सभी का मुंह मीठा करवाया और फिर आम दिनों की तरह ही अपने काम में जुट गया।
उसका कहना था कि "मेरी किस्मत सी लॉटरी निकल गई आवदा कम्म थोड़ा छड़ना है" उसे टैक्स काटकर लगभग 67 लाख रूपए दिए जाएंगे। इतनी बड़ी रकम का वह क्या करेगा? इस सवाल पर उसने कहा नौ भाई बहनों में बांट देगा ताकि सभी का गुजर-बसर आसानी से हो सके।
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