नई दिल्ली। बाबरी विध्वंस मामले को लेकर किए गए एक स्टिंग ऑपरेशन से भाजपा में "खलबली" मच गई है।
भाजपा ने चुनाव आयोग से इस स्टिंग ऑपरेशन के प्रसारण पर रोक लगाने की मांग की है।
कांग्रेस पर देश का माहौल खराब करने का आरोप
भाजपा ने चुनाव आयोग से इस स्टिंग ऑपरेशन के प्रसारण पर रोक लगाने की मांग की है।
कांग्रेस पर देश का माहौल खराब करने का आरोप
भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने स्टिंग के समय पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि यह स्टिंग राजनीतिक उद्देश्य के तहत किया गया है। यह एक रणनीति के तहत चुनाव में मतों के धु्रवीकरण के लिए किया गया है।
उन्होंने कांग्रेस पर चुनाव से पहले देश के माहौल को खराब करने का आरोप लगाया। उन्होंने आयोग से इसके स्टिंग के प्रसारण और प्रकाशन पर रोक लगाने की मांग की।
स्टिंग ऑपरेशन
उन्होंने कांग्रेस पर चुनाव से पहले देश के माहौल को खराब करने का आरोप लगाया। उन्होंने आयोग से इसके स्टिंग के प्रसारण और प्रकाशन पर रोक लगाने की मांग की।
स्टिंग ऑपरेशन
गौरतलब है कि कोबरापोस्ट ने अपने एक स्टिंग ऑपरेशन में दावा किया है कि आरएसएस के तहत आने वाले कई संगठनों ने बाबरी विध्वंस क ी साजिश रची थी, जिसे बाद में प्रशिक्षित स्वयंसेवकों ने अंजाम दिया था।
कोबरापोस्ट ने राम मंदिर आंदोलन में शामिल 23 प्रमुख लोगों से बात कर दावा किया है कि उन लोगोे के बयान के आधार पर ऎसा लगता है कि लालकृष्ण आडवाणी, कल्याण सिंह और तात्कालीन पीएम नरसिंह राव को बाबरी विध्वंस साजिश की जानकारी थी।
भाजपा को इस बात का डर सता रहा है कि अगर यह स्टिंग ऑपरेशन टीवी पर प्रसारित होता है तो फिर मुस्लिम वोटों का ध्रुवीकरण हो सकता है। नरेंद्र मोदी भी इस बार के पार्टी के घोषणा पत्र में राम मंदिर मुद्दे को उठाने के पक्ष में नहीं हैं।
ऎसी खबरें हैं कि मंदिर मुद्दे पर मुरली मनोहर जोशी और मोदी में मतभेद होने पर ही भाजपा ने अभी तक अपना घोषणा पत्र जारी नहीं किया है। -
कोबरापोस्ट ने राम मंदिर आंदोलन में शामिल 23 प्रमुख लोगों से बात कर दावा किया है कि उन लोगोे के बयान के आधार पर ऎसा लगता है कि लालकृष्ण आडवाणी, कल्याण सिंह और तात्कालीन पीएम नरसिंह राव को बाबरी विध्वंस साजिश की जानकारी थी।
भाजपा को इस बात का डर सता रहा है कि अगर यह स्टिंग ऑपरेशन टीवी पर प्रसारित होता है तो फिर मुस्लिम वोटों का ध्रुवीकरण हो सकता है। नरेंद्र मोदी भी इस बार के पार्टी के घोषणा पत्र में राम मंदिर मुद्दे को उठाने के पक्ष में नहीं हैं।
ऎसी खबरें हैं कि मंदिर मुद्दे पर मुरली मनोहर जोशी और मोदी में मतभेद होने पर ही भाजपा ने अभी तक अपना घोषणा पत्र जारी नहीं किया है। -
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