नई दिल्ली। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने कहा है कि देश "तेज-तर्रारी" से नहीं चलता है। देश संवैधानिक ढांचे, संवैधानिक मर्यादाओं और कानूनी व्यवस्था से चलता है जिसे चलाने लिए सबके सहयोग की जरूरत होती है।
अगर कांग्रेस उपाध्यक्ष चुनाव जीतकर नेता प्रतिपक्ष बनते हैं तो उनका सहयोग भी लूंगा। तेज-तर्रारी सिर्फ चुनाव के लिए है। मोदी ने एक चैनल से इंटरव्यू के दौरान ये बातें कहीं।
राम मंदिर पर
मोदी- इन मुद्दों पर संवैधानिक मर्यादाओं से बंधे रहेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार संवैधानिक व्यवस्था के अनुसार चलती है। मेरा मानना है कि सरकार का केवल एक धर्म है- भारत पहले, सरकार के लिए एक ही पवित्र पुस्तक है- हमारा संविधान। सरकार के लिए एक ही प्रतिबद्धता है- देश।
धर्मसूचक शब्द से दूरी
देश की 125 अरब की आबादी को हिंदू-मुस्लिम के खांचे में नहीं देखते। उन्होंने कहा कि मैं चुनाव हारूं या जीतंू, लेकिन ऎसी भाषा का उपयोग नहीं करूंगा। उन्होंने कहा कि हमारे लिए सभी समान हैं और यही मैंने गुजरात में किया है।
दंगों के आरोप पर
गुजरात में 2002 के दंगों पर कहा कि मुझे कोर्ट क्लीनचिट मिल चुकी है, इसके बावजूद आरोप लगाए जाते हैं। ये आरोप राजनीति से प्रेरित हैं। मैं किसी भी जांच के लिए तैयार हूं लेकिन ऎसे आरोप ठीक नहीं है, जिसमें सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित एसआईटी ने भी क्लीन चिट दिया है। मोदी ने कहा कि देश में पहला मुख्यमंत्री हूं, जिससे पुलिस ने नौ घंटे तक पूछताछ की, सुप्रीम कोर्ट के आदेश से यह पूछताछ हुई लेकिन मेरे खिलाफ कुछ नहीं मिला। सुप्रीम कोर्ट के पास पूछताछ की वीडियो रिकॉर्डिग है।
वाड्रा पर भी बोले
प्रधानमंत्री बनने पर रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ कार्रवाई संबंधी सवाल पर मोदी ने कहा कि वे विकास कार्यक्रमों पर ध्यान देंगे। ऎसे कामों में वक्त बर्बाद नहीं करेंगे। साथ ही दोहराया कि कानून अपना काम करेगा। उल्लेखनीय है कि चुनावी सभाओं में मोदी वाड्रा पर हमले बोल रहे हैं।
गिरिरिाज के बयान से असहमत
भाजपा नेता गिरिराज सिंह के बयान पर असहमति जताते हुए मोदी ने कहा कि कोई भी ऎसी बातों से सहमत नहीं हो सकता है। गिरिराज सिंह ने कहा है कि मोदी का विरोध करने वालों को पाकिस्तान भेजा जाएगा। -
अगर कांग्रेस उपाध्यक्ष चुनाव जीतकर नेता प्रतिपक्ष बनते हैं तो उनका सहयोग भी लूंगा। तेज-तर्रारी सिर्फ चुनाव के लिए है। मोदी ने एक चैनल से इंटरव्यू के दौरान ये बातें कहीं।
राम मंदिर पर
मोदी- इन मुद्दों पर संवैधानिक मर्यादाओं से बंधे रहेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार संवैधानिक व्यवस्था के अनुसार चलती है। मेरा मानना है कि सरकार का केवल एक धर्म है- भारत पहले, सरकार के लिए एक ही पवित्र पुस्तक है- हमारा संविधान। सरकार के लिए एक ही प्रतिबद्धता है- देश।
धर्मसूचक शब्द से दूरी
देश की 125 अरब की आबादी को हिंदू-मुस्लिम के खांचे में नहीं देखते। उन्होंने कहा कि मैं चुनाव हारूं या जीतंू, लेकिन ऎसी भाषा का उपयोग नहीं करूंगा। उन्होंने कहा कि हमारे लिए सभी समान हैं और यही मैंने गुजरात में किया है।
दंगों के आरोप पर
गुजरात में 2002 के दंगों पर कहा कि मुझे कोर्ट क्लीनचिट मिल चुकी है, इसके बावजूद आरोप लगाए जाते हैं। ये आरोप राजनीति से प्रेरित हैं। मैं किसी भी जांच के लिए तैयार हूं लेकिन ऎसे आरोप ठीक नहीं है, जिसमें सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित एसआईटी ने भी क्लीन चिट दिया है। मोदी ने कहा कि देश में पहला मुख्यमंत्री हूं, जिससे पुलिस ने नौ घंटे तक पूछताछ की, सुप्रीम कोर्ट के आदेश से यह पूछताछ हुई लेकिन मेरे खिलाफ कुछ नहीं मिला। सुप्रीम कोर्ट के पास पूछताछ की वीडियो रिकॉर्डिग है।
वाड्रा पर भी बोले
प्रधानमंत्री बनने पर रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ कार्रवाई संबंधी सवाल पर मोदी ने कहा कि वे विकास कार्यक्रमों पर ध्यान देंगे। ऎसे कामों में वक्त बर्बाद नहीं करेंगे। साथ ही दोहराया कि कानून अपना काम करेगा। उल्लेखनीय है कि चुनावी सभाओं में मोदी वाड्रा पर हमले बोल रहे हैं।
गिरिरिाज के बयान से असहमत
भाजपा नेता गिरिराज सिंह के बयान पर असहमति जताते हुए मोदी ने कहा कि कोई भी ऎसी बातों से सहमत नहीं हो सकता है। गिरिराज सिंह ने कहा है कि मोदी का विरोध करने वालों को पाकिस्तान भेजा जाएगा। -
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