बाड़मेर। पार्टी के बागी जसवंत सिंह पर भाजपा के हमले बहुत तीखे हो गए हैं। जसवंत सिंह के साथ बलूचिस्तान में हिंगलाज दर्शन यात्रा में साथी रहे भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ओंकारसिंह लखावत ने शुक्रवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि पाकिस्तान से जसवंत के समर्थन में पीर पगारो के फतवे जारी होने की सूचना आ रही है।
यह भारत पाकिस्तान का चुनाव बनता जा रहा है। उन्होंने यहां तक कहा कि जिन्ना की पैरवी करने वाले जसवंत कब राममंदिर के पक्ष में होंगे?
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के दावेदार नरेन्द्र मोदी की यात्रा तैयारियों को लेकर बाड़मेर पहुंचे लखावत ने कहा कि ऎसे प्रमाण मिले हैं कि सीमावर्तीक्षेत्र में पाकिस्तान से फतवे जारी हो रहे हैं कि वोट किसके पक्ष में करना है? इसकी जांच करवा रहे हंै। लखावत ने मांग की कि चुनाव आयोग और गुप्तचर व सुरक्षा एजेंसियां इस पर ध्यान दें।
हिंगलाज दर्शन करने गए जब ओंकारसिंह से पूछा गया कि आप भी तो जसवंत सिंह के साथ पाकिस्तान गए थे, तब जसवंत सिंह भले कैसे थे। तब उन्होंने कहा कि मैं तो हिंगलाज माता के दर्शन करने गया था। पीर पगारो और जिन्ना की मजार पर नहीं गया।
जसवंत ने कब की पैरवी
लखावत ने कहा कि जसवंतसिंह ने कार्यकर्ता की कभी पैरवी नहीं की।केन्द्रीय मंत्री, राज्यसभा सदस्य,नेता प्रतिपक्ष और सांसद, विधायक के लिए जब भी कोईअवसर आया खुद के लिए या बेटे के लिए पद मांगा।इस बार नहीं दिया तो पार्टी के खिलाफ हो गए।
यह भारत पाकिस्तान का चुनाव बनता जा रहा है। उन्होंने यहां तक कहा कि जिन्ना की पैरवी करने वाले जसवंत कब राममंदिर के पक्ष में होंगे?
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के दावेदार नरेन्द्र मोदी की यात्रा तैयारियों को लेकर बाड़मेर पहुंचे लखावत ने कहा कि ऎसे प्रमाण मिले हैं कि सीमावर्तीक्षेत्र में पाकिस्तान से फतवे जारी हो रहे हैं कि वोट किसके पक्ष में करना है? इसकी जांच करवा रहे हंै। लखावत ने मांग की कि चुनाव आयोग और गुप्तचर व सुरक्षा एजेंसियां इस पर ध्यान दें।
हिंगलाज दर्शन करने गए जब ओंकारसिंह से पूछा गया कि आप भी तो जसवंत सिंह के साथ पाकिस्तान गए थे, तब जसवंत सिंह भले कैसे थे। तब उन्होंने कहा कि मैं तो हिंगलाज माता के दर्शन करने गया था। पीर पगारो और जिन्ना की मजार पर नहीं गया।
जसवंत ने कब की पैरवी
लखावत ने कहा कि जसवंतसिंह ने कार्यकर्ता की कभी पैरवी नहीं की।केन्द्रीय मंत्री, राज्यसभा सदस्य,नेता प्रतिपक्ष और सांसद, विधायक के लिए जब भी कोईअवसर आया खुद के लिए या बेटे के लिए पद मांगा।इस बार नहीं दिया तो पार्टी के खिलाफ हो गए।
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