बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति क होगा पुनर्गठन
बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति कि बाड़मेर जिला इकाई और उसके घटको क पुनर्गठन किया जयेगा। समिति के प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया कि लम्बे समय से समिति कि बाड़मेर इकाइ राजसथानी भाशा को मन्यता के लिये संघर्श कर रहि हैं। समिति के अभियान से हजारो मायड़ भाषा प्रेमी जुड़े हुए हें। उन्होंने बताया की समिति कि जिला ईकाई और घटको का ोुनर्गठन कर समिति के कार्यक्रमों और अभियान मे सक्रिय रझे कार्यकत्र्ताओं को शमिल कर इसका और अधिक विस्तार किय जाएगा ,उन्होने बताया कि समिति मे शिक्षाविद ,पत्रकार ,कवि ,साहित्यकार ,कथाकार , विषेषज्ञों को शामिल कर राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिये एक बार फ़िर हुंकार भरी जायेगी। पुनर्गठन की जिम्मेदारी समिति के वरिष्ठ सदस्यो कि एक समिति को दी जाएंगी। जो नए पदाधिकारियों के मनोनय क काम देखेंगें। समिति के सरंक्षक रावत त्रिभुवन सिंघ राठोड़ ,भंवर लाल जेलिया ,इन्द्र प्रश पुरोहित ,डॉ लक्ष्मीं नारायण जोशी ,फकीरा खान ,रमेश सिंह इंदा ,नरेश देव सारण और श्रीमत्ती उर्मिला जैन को हैं।
बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति कि बाड़मेर जिला इकाई और उसके घटको क पुनर्गठन किया जयेगा। समिति के प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया कि लम्बे समय से समिति कि बाड़मेर इकाइ राजसथानी भाशा को मन्यता के लिये संघर्श कर रहि हैं। समिति के अभियान से हजारो मायड़ भाषा प्रेमी जुड़े हुए हें। उन्होंने बताया की समिति कि जिला ईकाई और घटको का ोुनर्गठन कर समिति के कार्यक्रमों और अभियान मे सक्रिय रझे कार्यकत्र्ताओं को शमिल कर इसका और अधिक विस्तार किय जाएगा ,उन्होने बताया कि समिति मे शिक्षाविद ,पत्रकार ,कवि ,साहित्यकार ,कथाकार , विषेषज्ञों को शामिल कर राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिये एक बार फ़िर हुंकार भरी जायेगी। पुनर्गठन की जिम्मेदारी समिति के वरिष्ठ सदस्यो कि एक समिति को दी जाएंगी। जो नए पदाधिकारियों के मनोनय क काम देखेंगें। समिति के सरंक्षक रावत त्रिभुवन सिंघ राठोड़ ,भंवर लाल जेलिया ,इन्द्र प्रश पुरोहित ,डॉ लक्ष्मीं नारायण जोशी ,फकीरा खान ,रमेश सिंह इंदा ,नरेश देव सारण और श्रीमत्ती उर्मिला जैन को हैं।
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