भगवान महावीर स्वामी जन्म कल्याणक महोत्सव पर निकली शोभायात्रा
बाड़मेर :- समूचे विश्व में सत्य एवं अहिसा की ज्योति जलाने वाले, जैन धर्म के चैबीसवें तीर्थकर भगवान महावीर स्वामी का 2613 वां रविवारजन्म कल्याणक महोत्सव चैत्र सुदी 13, रविवार को जैन धर्म के अनुयायी बड़ी धूम-धाम एवं हर्षोल्लास से मनाया गया।शोभायात्रा का जीनशासन के जयकारों के साथ आगाज किया गया।उक्त शौभायात्रा में बैनर, उट संवार नगाड़े बजाते, अष्व पर आसन होकर जैन ध्वजा लिये शहर का सुप्रसिद्ध बैण्ड अपनी स्वर लहरिया बिखेरता हुआ ठोल पार्टी हाथी, फुलों से सुसज्जित रथ उसमें विराजित परमात्मा महावीर स्वामी की प्रतिमा, सिर पर मगल कलश धारण किये महिलाओं, भगवान महावीर स्वामी की आकर्षक तस्वीर, परमात्मा का पारणा, भगवान महावीर के जीवन एवं संदेश उपदेश के बारे में लगभग 25 झांकिया, भजन मण्डली, सहित आकर्षक झांकिया, बालक-बालिकाएं के हाथों में जैन ध्वज एवं महावीर स्वामी के संदेश लिये पटिकाएं एवं पूज्य साधु साध्वीवर्या सहित हजारों की संख्या में पुरूष वर्ग साफो एवं सफेद पौषाक के साथ गले दुपट्टा एवं महिलाये लाल-चुनड़ी शोभायात्रा में धारण किये हुई थी। शौभायात्रा शहर के जैन न्याति नोहरे से करमूजी की गली, महाबार रोड़, चैहटन रेल्वे क्रांसिग के पास, मोक्ष मार्ग, विद्यापीठ सच्चियाय माता मंदिर रोड़, लक्ष्मी नगर, लक्ष्मी बाजार, पीपली चैक, जवाहर चैक, पुरानी सब्जी मण्डी, चन्द्रप्रभु जिनालय, गांधी चैक, जैन छात्रावास, स्टेशन रोड़, रेल्वे स्टेशन, लक्ष्मी सिनेमा, सुभाष चैक, जगदम्बा माता मंदिर रोड़, रिखबदास जैन ठेकेदार मार्ग, शिवकर रोड़, होती हुई जिन कान्तीसागर सुरि आराधना भवन पहुंची जहां शौभायात्रा धर्मसभा में परिवर्तित हो गई।
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