अजमेर। अजमेर-किशनगढ़ के मार्बल सिटी अस्पताल में ऑपरेशन के बाद आंखों में हुए संक्रमण के मरीजों की संख्या बढ़ कर अब 25 हो गई है।
एक दिन पहले जहां 7 मरीज आंखों में संक्रमण के कारण अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में भर्ती कराए गए थे। वहीं मंगलवार को 18 और मरीज चिंहित किए गए हैं। उनकी भी आंखों की स्थिति गंभीर बताई गई है।
सभी मरीजों को फिलहाल अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यहां से उन्हें इलाज के लिए अहमदाबाद भेजे जाने की तैयारी की जा रही है। किशनगढ़ का अस्पताल प्रशासन और नेत्र शिविर आयोजक भी मरीजों के आंखों की रोशनी को बचाने का पूरा प्रयास कर रहे हैं।
राज्य में पांच साल बाद फिर से सामने आए आंखों में संक्रमण के मामलों को राज्य सरकार ने गंभीरता से लिया है। राज्य सरकार के निर्देश पर अंधता निवारण विभाग के संयुक्त सचिव इकबाल भारती मंगलवार सुबह जयपुर से किशनगढ़ पहुंच गए।
इधर अजमेर से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गजेन्द्र सिसोदिया, सहायक औषधि नियंत्रक ईश्वर यादव, ब्लॉक सीएमओ डॉ.के.के.सोनी आदि ने पूरी टीम के साथ किशनगढ़ तक की दौड़ लगाई। उपखण्ड अधिकारी सुखराम पोखर ने भी रिपोर्ट तलब की है।
हॉस्पिटल में 22 से 25 अप्रेल के बीच जिन मरीजों के ऑपरेशन हुए उनकी आंखों में संक्रमण की शिकायत सामने आ रही है।
18 नए मरीजों के नाम व उम्र
जेठाना निवासी उगमकंवर (70), कुचामन निवासी रामलाल शर्मा (60), नारकेड़ी निवासी भंवरीदेवी (70), नगर निवासी हरजी खारवाल (70), नारकेड़ी निवासी नन्दलाल सैन (60), हासियावास निवासी मनभर देवी (45), झंडावलिया निवासी मोहनसिंह (65), कुचामनसिटी निवासी सोहनीदेवी (65), अरांई निवासी मदन लुहार (68), गांधीनगर किशनगढ़ निवासी सोहनी देवी (70), बिहारीपोल किशनगढ़ निवासी गुमानीदेवी (70), मंडावरिया निवासी सूरजकंवर (70), बड़ू निवासी यासीन (60), करकेड़ी निवासी दाखादेवी (65), नयाशहर निवासी जरीना बानो (60), लेबाना निवासी शांतिदेवी (60), मुण्डोती निवासी हजूड़ी देवी (76), चमड़ाघर किशनगढ़ निवासी मलखा बेगम (58) की आंखों में भी जांच के बाद संक्रमण पाया गया है। चिकित्सकों के अनुसार मरीजों की ऑपरेशन वाली आंख में संक्रमण से खतरे की आशंका है।
6 दवाइयों के लिए नमूने
सहायक औषधि नियंत्रक ईश्वर यादव ने किशनगढ़ पहुंच कर 6 दवाइयों के नमूने लिए हैं। इन्हें जांच के लिए जयपुर भेजा जाएगा। जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज से गई माइक्रोबायोलॉजी विभाग की टीम ने ऑपरेशन थिएटर से नमूने उठाए हैं। जांच के बाद ही संक्रमण के कारणों का खुलासा हो पाएगा। -
एक दिन पहले जहां 7 मरीज आंखों में संक्रमण के कारण अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में भर्ती कराए गए थे। वहीं मंगलवार को 18 और मरीज चिंहित किए गए हैं। उनकी भी आंखों की स्थिति गंभीर बताई गई है।
सभी मरीजों को फिलहाल अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यहां से उन्हें इलाज के लिए अहमदाबाद भेजे जाने की तैयारी की जा रही है। किशनगढ़ का अस्पताल प्रशासन और नेत्र शिविर आयोजक भी मरीजों के आंखों की रोशनी को बचाने का पूरा प्रयास कर रहे हैं।
राज्य में पांच साल बाद फिर से सामने आए आंखों में संक्रमण के मामलों को राज्य सरकार ने गंभीरता से लिया है। राज्य सरकार के निर्देश पर अंधता निवारण विभाग के संयुक्त सचिव इकबाल भारती मंगलवार सुबह जयपुर से किशनगढ़ पहुंच गए।
इधर अजमेर से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गजेन्द्र सिसोदिया, सहायक औषधि नियंत्रक ईश्वर यादव, ब्लॉक सीएमओ डॉ.के.के.सोनी आदि ने पूरी टीम के साथ किशनगढ़ तक की दौड़ लगाई। उपखण्ड अधिकारी सुखराम पोखर ने भी रिपोर्ट तलब की है।
हॉस्पिटल में 22 से 25 अप्रेल के बीच जिन मरीजों के ऑपरेशन हुए उनकी आंखों में संक्रमण की शिकायत सामने आ रही है।
18 नए मरीजों के नाम व उम्र
जेठाना निवासी उगमकंवर (70), कुचामन निवासी रामलाल शर्मा (60), नारकेड़ी निवासी भंवरीदेवी (70), नगर निवासी हरजी खारवाल (70), नारकेड़ी निवासी नन्दलाल सैन (60), हासियावास निवासी मनभर देवी (45), झंडावलिया निवासी मोहनसिंह (65), कुचामनसिटी निवासी सोहनीदेवी (65), अरांई निवासी मदन लुहार (68), गांधीनगर किशनगढ़ निवासी सोहनी देवी (70), बिहारीपोल किशनगढ़ निवासी गुमानीदेवी (70), मंडावरिया निवासी सूरजकंवर (70), बड़ू निवासी यासीन (60), करकेड़ी निवासी दाखादेवी (65), नयाशहर निवासी जरीना बानो (60), लेबाना निवासी शांतिदेवी (60), मुण्डोती निवासी हजूड़ी देवी (76), चमड़ाघर किशनगढ़ निवासी मलखा बेगम (58) की आंखों में भी जांच के बाद संक्रमण पाया गया है। चिकित्सकों के अनुसार मरीजों की ऑपरेशन वाली आंख में संक्रमण से खतरे की आशंका है।
6 दवाइयों के लिए नमूने
सहायक औषधि नियंत्रक ईश्वर यादव ने किशनगढ़ पहुंच कर 6 दवाइयों के नमूने लिए हैं। इन्हें जांच के लिए जयपुर भेजा जाएगा। जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज से गई माइक्रोबायोलॉजी विभाग की टीम ने ऑपरेशन थिएटर से नमूने उठाए हैं। जांच के बाद ही संक्रमण के कारणों का खुलासा हो पाएगा। -
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