बुधवार, 26 मार्च 2014

बाड़मेर में जसवंत v/s बीजेपी


बाड़मेर   टिकट बंटवारे से नाराज जसवंत सिंह जहां निर्दलीय मैदान में उतरने की तैयारी कर चुके हैं, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस का दामन छोड़कर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार बने कर्नल सोनाराम ने बाड़मेर लोकसभा क्षेत्र से मंगलवार को अपना नामांकन पर्चा दाखिल किया। बीजेपी ने जसवंत सिंह को दरकिनार करते हुए इस सीट से सोनाराम को उम्मीदवार बनाया। ऐसे में अब यहां जसवंत बनाम बीजेपी का मुकाबला होना तय हो चुका है क्योंकि जसवंत कह चुके हैं कि वह पार्टी नहीं छोड़ेंगे। जसवंत सिंह ने मंगलवार को यहां कहा कि लोकतंत्र के लिए 'व्यक्ति पूजा' सही नहीं है और इससे पार्टी को नुकसान होगा। जसवंत ने कहा, 'पार्टी जिस तरह एक व्यक्ति पर पूरा ध्यान लगा रही है, वह सही नहीं है। लोकतांत्रिक प्रक्रिया में ऐसा नहीं चल सकता।' जसवंत सिंह ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह पर निशाना साधते हुए कहा, 'शायद राजनाथ सिंह ने किसी 'योजना' के तहत मुझे पार्टी से दूर किया है। वहीं, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने जसवंत सिंह का नाम लिए बगैर कहा, 'टिकट देने का निर्णय पार्टी का है। पार्टी के निर्णय को सभी को स्वीकार करना चाहिए।'
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टिकटों बंटवारे पर कोई विवाद नहीं : जेटली
विशेष संवाददाता, नई दिल्ली

बीजेपी के सीनियर लीडर अरुण जेटली ने कहा है कि एक दो जगह को छोड़कर बाकी कहीं भी टिकट बंटवारे को लेकर कोई विवाद नहीं है। उन्होंने कहा कि सिर्फ उन लोगों को ही बीजेपी में टिकट विवाद लगता होगा, जो टीवी देखते हैं। जब रिजल्ट आएंगे तो पता चलेगा कि कहीं कोई विवाद था ही नहीं। पार्टी मुख्यालय में उन्होंने कहा कि अब तक पार्टी 400 से ज्यादा सीटों पर अपने कैंडिडेट घोषित कर चुकी है, लेकिन एकाध जगह को छोड़ दें तो कहीं भी विवाद नहीं है। हालांकि उन्होंने जसवंत सिंह के मामले में कुछ नहीं कहा लेकिन इशारों ही इशारों में यह संकेत जरूर दे दिया कि अब पार्टी शायद उनकी मान मनौव्वल न करे। उन्होंने बताया कि अभी भी एनडीए में कई और दलों के आने की गुंजाइश है। उन्होंने कहा कि आंध्रप्रदेश में भी दूसरे दलों से बीजेपी की बातचीत चल रही है और इसी वजह से अब तक बीजेपी ने आंध्रप्रदेश के लिए उम्मीदवारों का ऐलान नहीं किया है।




वहीं, जसवंत सिंह को लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं देने को 'राजनीतिक मजबूरी' बताया। सिंह ने 'टाइम्स नाउ' को दिए इंटरव्यू में कहा, 'राजनीतिक मजबूरियों के चलते हम इच्छा के बावजूद जसवंत सिंह: टिकट नहीं दे सके। मुझे भी इस बात का दुख है।'

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