शुक्रवार, 28 मार्च 2014

जसवंत कि राह पर चली वसुंधरा राजे ,चार दिन में दूसरी बाड़मेर पहुंची वसुंधरा। । इज़ज़त दांव पर भाजपा कि बाड़मेर में


चार दिन में दूसरी बाड़मेर पहुंची वसुंधरा। । इज़ज़त दांव पर भाजपा कि बाड़मेर में ,जसवंत कि राह पर चली वसुंधरा राजे 

बाड़मेर देष की सबसे रोचक व होटस लोकसभा क्षेत्रों में से एक बाड़मेर जैसलमेर सीट पर अब मुकाबला भाजपा वर्सेस भाजपा ही होने जा रहा हैं। भाजपा के वरिष्ट नेता व पूर्व वितमंत्री व विदेष मंत्री जसवंत सिंह के चुनाव मैदान में डटा रहने के प्रबल आसार के बाद राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इस सीट पर भाजपा के प्रत्याषी को विजयी बनाने के लिए अपनी मूंछ व प्रतिष्ठा का सवाल बनाते हुवें हर तरह से प्रयास शुरु कर दिए हैं। मुख्यमंत्री पिछले चार दिनो में दूसरी बार शुक्रवार को बाड़मेर पहुंच गई हालांकि बहाना भाजपा के कद्दावर जाट नेता गंगाराम वौधरी के निधन के कारण शोक संतप्य परिवार से मिलकर संवेदना व्यक्त करना था लेकिन इसके साथ ही वसुंधरा बाड़मेर के उस क्षेत्रों के दौरे पर प्रोग्राम बनाया जहां पर जसवंत सिंह का वर्चस्व हैं तथा 23 मार्च को जसवंत सिंह के इस क्षेत्रों में आगमन के दौरान 23 मार्च को स्वागत हुआ था व भारी जनसमर्थन मिला था।


 वसुंधरा अलग अलग जातियों के उन्ही मन्दिरों में गई जहां जसवंत सिंह गए थे। वसुंधरा ने जसवंत सिंह के पैतृक गांव में जाकर लोगो की रिझाने की कोषिश की लेकिन बताया जाता हैं कि वहां मुख्यमंत्री को इता समर्थन नही मिला तथा जसोल हेपिलेड पर यहां के लोगो ने वसुंधरा के खिलाफ नारेबाजी भी की। वसुंधरा राजे ने अपने बाड़मेर प्रवास के दौरान कई साधु संतो से भेंट कर भाजपा प्रत्याषी कर्नल सोनाराम के समर्थन में आर्षीवाद मांगा।
गत 25 मार्च के बाद वसुंधरा राजे शुक्रवार को सुबह 11 बजे हेलिकोप्टर द्वारा बाड़मेर पहुंची, वहां पर जाटावास में आयोजित भाजपा के वरिष्ट जाट नेता स्वर्गीय गंगाराम चैधरी के निधन पर आयोजित शोक सभा में चित्र पर श्रृद्धासुमन अर्पित कर गंगाराम चैधरी की पौती व भाजपा प्रदेष कार्यकारिणी सदस्य प्रियंका चैधरी सहित अन्य परिवार जनो से मिलकर संवेदना व्यक्त की, इस दौरान उनके साथ भाजपा प्रत्याषी कर्नल सोना राम चैधरी, बायतू विधायक कैलाष चैधरी सहित अन्य विधायक व भाजपा के नेता उपस्थित थे। उसके बाद वे चंचल नाथ मठ पहुंची जहां पर उन्होने शंभूनाथ सैलानी महाराज से भेंटकर आर्षीवाद मांगा। बताया जाता हैं कि शंभूनाथ जी के बाड़मेर के साथ पाकिस्तान में भी बड़े अनुयाई हैं तथा जसवंत सिंह की भी उनके प्रति काफी गहरी आस्था व श्रृद्धा हैं। वसुंधरा ने शंभूनाथ से भेटकर भाजपा प्रत्याषी के लिए आर्षीवाद मांगा।
इसके बाद वसुंधरा राजे जसवंत सिंह के पैतृक गांव जसोल पहुंची जहां पर उन्होने राणी भटियाणी देवी मन्दिर में दर्षन कर पूजा अर्चना की, बताया जाता हैं कि जसोल गांव में उन्हें इतना जन समर्थन नही मिला, जसोल हेलिपेड पर कुछ लोगो ने वसुंधरा के खिलाफ नारे भी लगाये।

मुख्यमंत्री जसोल के बाद नाकोड़ा मन्दिर पहुंची, वहां पर दर्षनों के पश्चात मन्दिर परिसर के एक कमरे में एक गुप्त मीटिंग भी की जिसमें मीडिया को अन्दर नही आने दिया। इस बैठक में कर्नल सोना राम चैधरी के अलावा बायतु विधायक कैलाष चैधरी, पचपदरा विधायक अमरा राम चैधरी, सिवाना विधायक सहित भाजपा के कई वरिष्ट नेता मौजूद थे। इस बैठक में इस क्षेत्र में चुनावी रणनीति के संबंध में चर्चा की गई तथा किस तरह मतदाताओं को पोलिंग बूथो तक लाया जाये उसे संबंध में विचार विमर्ष किया।
अलग-अलग जातियों के लोगो को भाजपा के पक्ष में करने की कड़ी में वसुंधरा आसोतरा स्थित ब्रह्मा मन्दिर पहुंची। जहां पर दर्षनों के पश्चात वहां मौजूद खासकर राजपुरोहित समाज के लोगो के साथ अन्य जातियों के लोगो को उन्होने संबोधित करते हुवें कहा कि दो दिन पूर्व राजपुरोहित समाज की तरफ से उन्हें अनुरोध किया गया था कि वे पर यहां आये तभी उन्होने यहां आने का निर्णय लिया। उन्होने कहा कि वे यहां आती रहेगी तथा इस क्षेत्र के विकास के लिए कोई कसर नही छोड़ेगी। उन्होने राजपुरोहित समाज से भाजपा प्रत्याषी कर्नल सोनाराम चैधरी को जीताने का अनुरोध किया। इस सभा में आहौर जालौर के विधायक शंकर सिंह राजपुरोहित सहित अन्य कई विधायक मौजूद थे। वहां पर एक विषेष बातचीत में वसुंधरा राजे से जब ये पूछा गया कि आप जसवंत सिंह के पैतृक गांव जसोल में आई हैं, आपको कैसा लग रहा हैं तो उन्होने बताया कि उनकी यहां धार्मिक यात्रा थी, वे पहले भी इन मन्दिरों में आती रहती थी, आगे भी आती रहेगी, उनकी इन मन्दिरों के प्रति काफी आस्था भी हैं। इस सभा के बाद उन्होने राजपूत समाज के राठौड़ो की कुल देवी के मन्दिर नागणिचाय देवी के दर्षन कर सुखशांति व भाजपा के विजयी होने की कामना की। उन्होने यहां पर समाज के कई लोगो से भेंट भी की। इसके बाद वे जयपुर के लिए रवाना हो गई।

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