नई दिल्ली जसवंत सिंह के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी में दरार चौड़ी होती जा रही है। अब सीनियर नेता सुषमा स्वराज ने भी अपनी नाराजगी जाहिर की है। सुषमा स्वराज ने कहा है कि बीजेपी नेता सुषमा स्वराज ने कहा, पार्टी ने जसवंत सिंह के साथ जो किया, उससे दुखी हूं।
जसवंत सिंह राजस्थान की बाड़मेर सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन पार्टी ने उन्हें वहां से टिकट नहीं दिया है। इस बात से जसवंत सिंह काफी दुखी हैं और वह निर्दलीय चुनाव लड़ने पर विचार कर रहे हैं। शनिवार को उन्होंने कहा था कि बीजेपी पर नकली लोगों का कब्जा हो गया है।
सुषमा स्वराज ने कहा, 'जसवंत सिंह का टिकट क्यों काटा, मुझे नहीं पता लेकिन मुझे बहुत दुख हुआ।' उन्होंने कहा कि जसवंत सिंह के बारे में फैसला केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में नहीं लिया गया। हालांकि उन्होंने कहा कि इस तरह के असामान्य फैसले बिना किसी वजह के नहीं लिए जाते।
यह पहली बार नहीं है जब सुषमा स्वराज ने पार्टी के किसी फैसले पर अपनी नाराजगी जाहिर की है। इससे पहले जब कर्नाटक में रेड्डी ब्रदर्स को पार्टी में वापस लाया गया और भ्रष्टाचार के आरोपी श्रीरामुलु को बेल्लारी से टिकट दिया गया, तब भी उन्होंने सख्त आपत्ति जताई थी। तब सुषमा स्वराज ने ट्वीट करके कहा था कि उनकी असहमति के बावजूद पार्टी ने यह फैसला लिया। लेकिन सुषमा स्वराज की आपत्ति को पार्टी पहले भी नजरअंदाज करती आई है, जैसा कि कर्नाटक के मामले में हुआ। जसवंत सिंह पार्टी छोड़ने का संकेत दे चुके हैं। संभव है वह रविवार को बीजेपी छोड़कर बाड़मेर सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान करें।
जसवंत सिंह राजस्थान की बाड़मेर सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन पार्टी ने उन्हें वहां से टिकट नहीं दिया है। इस बात से जसवंत सिंह काफी दुखी हैं और वह निर्दलीय चुनाव लड़ने पर विचार कर रहे हैं। शनिवार को उन्होंने कहा था कि बीजेपी पर नकली लोगों का कब्जा हो गया है।
सुषमा स्वराज ने कहा, 'जसवंत सिंह का टिकट क्यों काटा, मुझे नहीं पता लेकिन मुझे बहुत दुख हुआ।' उन्होंने कहा कि जसवंत सिंह के बारे में फैसला केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में नहीं लिया गया। हालांकि उन्होंने कहा कि इस तरह के असामान्य फैसले बिना किसी वजह के नहीं लिए जाते।
यह पहली बार नहीं है जब सुषमा स्वराज ने पार्टी के किसी फैसले पर अपनी नाराजगी जाहिर की है। इससे पहले जब कर्नाटक में रेड्डी ब्रदर्स को पार्टी में वापस लाया गया और भ्रष्टाचार के आरोपी श्रीरामुलु को बेल्लारी से टिकट दिया गया, तब भी उन्होंने सख्त आपत्ति जताई थी। तब सुषमा स्वराज ने ट्वीट करके कहा था कि उनकी असहमति के बावजूद पार्टी ने यह फैसला लिया। लेकिन सुषमा स्वराज की आपत्ति को पार्टी पहले भी नजरअंदाज करती आई है, जैसा कि कर्नाटक के मामले में हुआ। जसवंत सिंह पार्टी छोड़ने का संकेत दे चुके हैं। संभव है वह रविवार को बीजेपी छोड़कर बाड़मेर सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान करें।
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