मोहब्बत की बेमिसाल निशानी ताजमहल दिखाने के बहाने आगरा लेकर आया पति गर्भवती पत्नी को कोठे पर बेच गया. गुरुवार को एक संस्था ने पुलिस की मदद से छापा मारकर विवाहिता समेत तीन युवतियों को मुक्त कराया. बरामद की कई लड़कियों की उम्र 18 से 20 साल है, इनमें दो गर्भवती हैं. उन्हें नौकरी का लालच देकर यहां लाया गया था. कोठा संचालिका पुष्पा पुलिस के हाथ नहीं आई.
आगरा के कश्मीरी बाजार में पुलिस-प्रशासन के दावों के बाद जिस्मफरोशों ने कोठों पर ताले तो डाल दिए, लेकिन धंधा नहीं रुका है. बंगाल और असोम से तीन युवतियों को नौकरी का झंसा देकर जिस्मफरोशों ने आगरा लाकर कोठे पर बेच दिया. उनको बंधक बनाकर जबरन वेश्यावृत्ति कराई जा रही थी. एक मददगार के माध्यम से लड़कियों की गुहार दिल्ली की संस्था रेस्क्यू फाउंडेशन तक पहुंची.
गुरुवार को संस्था ने सीओ ताज सुरक्षा मनीषा सिंह के नेतृत्व में फोर्स के साथ मिलकर कार्रवाई की. विवाहिता समेत तीन लड़कियों को बरामद करने के साथ ही रैकेट से जुड़े प्रेम तमांग को गिरफ्तार किया है. तमांग नेपाल का रहने वाला है. बरामद युवतियों में एक असम और दो बंगाल की हैं.
गर्भवती विवाहिता ने बताया कि दस दिन पहले पति उसे ताजमहल दिखाने की कहकर आगरा लाया था. दो दिन घूमने-फिरने के बाद उसे बताया कि रुपये खत्म हो गए हैं. परिचित के पास छोडक़र जा रहा हूं, रुपयों का इंतजाम करने के बाद वापस आकर ले जाऊंगा. दो दिन बाद उसी की तरह यहां फंसी तीन युवतियों से पता चला कि उसे पति कोठे पर बेच गया है.
अन्य दो बरामद युवतियों को भी एक सप्ताह पहले उनके प्रेमी नौकरी दिलाने के नाम पर यहां बेच गए. मुक्त हुई 20 वर्षीय एक अन्य युवती भी गर्भवती बताई गई है. युवतियों का कहना था कि उनसे जबरन वेश्यावृत्ति कराई गई, विरोध करने पर पीटा जाता था.
एसपी सिटी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने बताया, मामले में कोठा संचालिका आदि के विरुद्ध देह व्यापार अधिनियम का मुकदमा दर्ज किया जा रहा है.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें