शुक्रवार, 21 मार्च 2014

जहरखुरानी के शिकार हुए चार पशु व्यापारी

बालोतरा। विख्यात मल्लीनाथ पशु मेला तिलवाड़ा में पुलिस प्रशासन की बदइंतजामियों के चलते पशु व्यापारी लूट के शिकार हुए जा रहे हैं। गत वर्षो में जहरखुरानी के हुए कईमामलों के बाद भी इस वर्षभी प्रशासन ने सुरक्षा को लेकर कोई इंतजाम नहीं किया। गुरूवार रात लूटेरों ने चार पशु व्यापारियों को जहरखुरानी का शिकार बनाकर उनके जेब से लाखों रूपए लूट लिए। जहरखुरानी के शिकार चार व्यापारियों में से दो को होश आया है, दो अभी भी बेहोशी की हालत में है।

मल्लीनाथ पशु मेला तिलवाड़ा के 27 मार्च को शुरू होने से पूर्वही मेला मैदान में पशुपालक व पशु व्यापारी पहुंच रहे हैं। 19 मार्च को उत्तरप्रदेश के मिर्जापुर निवासी कन्हैयालाल शर्मा, गोधन यादव, दीना मुसलमान व महेशचंद्र तिवारी एक अन्य व्यक्ति के साथ मेले में पहुंचे। 20 मार्च की रात्रि को इन सबने सामूहिक रूप से खाना बनाया। खाना खाने के बाद रात 9 बजे घुड़दौड़ स्थल के समीप जाकर सो गए। उनको कोई होश नहीं था। शुक्रवार शाम करीब 5 बजे गोधन यादव व महेशचंद्र तिवारी ने आंखें खोली तो उन्होंने देखा कि उनके साथी कन्हैयालाल शर्मा व दीना के मुंह से झाग निकल रहे थे। ये बेहोशी की हालत में पड़े थे।

इन दोनों को बेहोशी की हालत में लड़खड़ाते देख बड़ी संख्या में मेलार्थी मौके पर एकत्र हो गए। उन्होंने इसकी सूचना पशुधन सहायक तिलवाड़ा दीपक वैष्णव व समाजसेवी डूंगरराम सुंदेशा को दी।उन्होंने पुलिस को घटना से अवगत करवाया। होश आने व जेब संभालने पर महेशचंद्र तिवारी के 2 लाख 45 हजार रूपए व गोधन यादव के 25 हजार रूपए गायब थे। सूचना पर पुलिस ने पहुंच कर चारों ही व्यापारियों को उपचार के लिए राजकीय नाहटा चिकित्सालय पहुंचाया गया। समाचार लिखे जाने तक दो पशु व्यापारी बेहोशी की हालत में ही थे।

मेले में जहरखुरानी की घटित घटना के बारे में बालोतरा पुलिस थाने के बेसिक नम्बर पर फोन किया गया। यहां से जानकारी नहीं मिली। इसके बाद थानाधिकारी के मोबाइल पर सम्पर्क किया गया। कई कोशिशों के बाद भी सम्पर्कस्थापित नहीं हुआ। आखिर में पुलिस उप अधीक्षक के मोबाइल पर रात करीब पौने आठ बजे फोन किया गया। उन्होंने ऎसी किसी घटना से अनभिज्ञता जाहिर की।

शुक्र है कि अनहोनी नहीं हुई : चारों पशु व्यापारी व एक अन्य व्यक्ति खाना खाकर रात 9 बजे सोए थे। शुक्रवार शाम 5 बजे इनमें से दो को थोड़ा होश आया। 21 घंटे से अधिक ये सभी पशु व्यापारी बेहोशी की हालत में मेला मैदान में ही पड़े रहे। दिन की तेज गर्मी के साथ बेहोशी की हालत में अनहोनी भी हो सकती थी।


तिलवाड़ा पशु मेले में घटना की कुछ जानकारी मिली है, लेकिन घटना की पूरी जानकारी नहीं हो पाई है। थानाधिकारी मेले गए हुए हैं, मैं भी मेले जा रहा हूं।
-अमृत जीनगर, पुलिस उप अधीक्षक, बालोतरा

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