मंगलवार, 18 मार्च 2014

कुख्यात वन्य जीव तस्कर संचार चंन्द्र की मौत

जयपुर। प्रदेश भर में बाघों की हत्या के मामले में कुख्यात वन्य जीव तस्कर संचार चंन्द्र की मंगलवार सुबह एसएमएस अस्पताल में मौत हो गई। संचार चंद्र को पिछले सप्ताह ही अलवर जिला जेल से एसएमएस अस्पताल भेजा गया था।
मिली जानकारी के अनुसार संचार चंद्र को ब्लड कैंसर था और पिछले पांच साल से वह कैंसर की दवाईयां ले रहा था। अलवर आने से पहले वह दिल्ली था और सरिस्का में बाघों की हत्या के मामले में उसे पेशी पर अलवर भेजा गया था।

राजस्थान पुलिस ने संचार चंद्र और उसके साथियों को पकड़ने के लिए की स्पेशल टीमें नियुक्त की थी।

16 की उम्र से बेचने लग गया था बाघों की खालें
संसारचंद्र गिहारा 1974 से वन्यजीवों की खाल व अंगों की तस्करी से जुड गया। तब वह महज 16 साल का था। उसने 30 साल में 200 बाघों सहित वन्य जीवों की 1000 खालों की तस्करी कर दी।

पकड़ा नहीं गया तो हिम्मत इतनी बढ़ गई कि वन्यजीवों के दांत, हडि्डयों सहित कई अंगों की तस्करी करने लगा। राजस्थान सहित देशभर के अभयारण्यों में शिकार किए गए। इन्हें सीमा पार विशेषकर चीन भेजता था। -  

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