नई दिल्ली। कांग्रेस अभी वाराणसी में नरेंद्र मोदी के खिलाफ कैंडीडेट ढूंढ ही रही थी कि वडोदरा से मोदी के खिलाफ उसके प्रत्याशी ने भी अपना टिकट सरेंडर कर दिया है। पार्टी ने अब यहा से आनन-फानन में राहुल गांधी के करीबी मधुसूदन मिस्त्री को टिकट दिया है। दूसरी ओर मनीष तिवारी का इस बार चुनाव न लड़ना तय हो गया है और लुधियाना से पार्टी ने उनकी जगह रवनीत सिंह बिट्टू को कैंडीडेट बना दिया है। पार्टी ने करप्शन के आरोपों पर सुरेश कलमाड़ी का टिकट भले ही काट दिया हो लेकिन अशोक चव्हाण से उसे कोई गुरेज नहीं है और नांदेड़ से उसने चव्हाण को उम्मीदवार बनाकर चुनाव मैदान में उतार दिया है।
कांग्रेस ने वडोदरा सीट पर हुई प्राइमरी में जीत हासिल करने वाले नरेंद्र रावत को टिकट दिया था लेकिन नरेंद्र मोदी के यहां से उम्मीदवार बनने के बाद नरेंद्र रावत ने आज अपना टिकट सरेंडर कर दिया और आलाकमान से अपील की कि यहां से किसी कद्दावर नेता को उम्मीदवार बनाया जाए जो मोदी का मुकाबला करने में सक्षम हो। कांग्रेस ने रावत की जगह अब अपने यूपी प्रभारी मधुसूदन मिस्त्री को उम्मीदवार बनाया है। मिस्त्री ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने मुझे मौका दिया है। मोदी भी लड़ें, मैं भी लड़ूंगा। देखते हैं कौन जीतता है। मिस्त्री ने कहा कि मोदी भला क्यों सेफ सीट ढूंढ रहे हैं। उनको खुद पर भरोसा नहीं है। क्यों नहीं वो साबरकांठा से चुनाव लड़ते। मैं उनकी सीट पर लड़ रहा हूं, वो क्यों नहीं मेरी सीट पर लड़ते। मिस्त्री ने कहा कि वाराणसी से भी मोदी के खिलाफ मजबूत कैंडीडेट आएगा।
दूसरी ओर कांग्रेस ने आज अपने जो उम्मीदवार घोषित किए हैं उनमें लुधियाना से मनीष तिवारी की जगह रवनीत सिंह बिट्टू को टिकट दिया गया है। यानी सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी इस बार चुनाव नहीं लड़ने जा रहे। वहीं पार्टी ने नांदेड़ से आदर्श घोटाले में फंसे अशोक च्वहाण को टिकट थमा दिया है। पार्टी प्रवक्ता अजय माकन का कहना है कि कोई भी कोर्ट या कानून बाध्य नहीं करता कि अशोक चव्हाण चुनाव न लड़ सकें। किसी कोर्ट का ऐसा ऑर्डर नहीं है कि वो चुनाव न लड़ें। कलमाड़ी के खिलाफ चार्जशीट है लेकिन अशोक चव्हाण के खिलाफ कोई चार्जशीट भी नहीं है। चव्हाण के मुद्दे पर मधुसूदन मिस्त्री ने कहा कि सारे नियम हमारे लिए ही थोड़े हैं।
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