मंगलवार, 4 मार्च 2014

बिना अंडरवियर के प्रवेश किया यहां सभी महिलाओं ने

जयपुर। एक टीवी चैनल पर आई खबर के मुताबिक एक पादरी ने महिलाओं के विरूद्ध तुगलकी फरमान जारी कर तहलका मचा दिया है।
पादरी के इस फरमान के मुताबिक महिलाओं को चर्च में अंडरवियर पहनने से पाबंद किया गया है। सबसे ताज्जुब की बात तो यह है कि महिलाओं ने इस फरमान को मान भी लिया और पिछले रविवार को उन सभी ने बिना अंडरवियर पहने चर्च में प्रवेश किया।

पादरी का कहना है कि महिलाओं के अंडरवियर की वजह से भगवान ईसा मसीह उनके शरीर में प्रवेश नहीं कर पाएंगे । इसलिए ईश्वर की कृपा पाने के लिए वे लोग कंमाडो यानि किबिना अंडरवियर पहने ही चर्च में आएं।

यह दकियानूसी विचार दिया है नाइजीरिया के एक चर्च के एक पादरी ने। रेव नोही नामक यह पादरी केन्या का रहने वाला है।


पिछले दिनों एक सभा को संबोधित करते हुए पादरी ने कहा कि पैंटी और ब्रा पहनकर आने वाली औरतों को चर्च में प्रवेश नहीं देना चाहिए।

रेव लॉड्र्स प्रोफेलर रिडेंपशन चर्च का प्रतिनिधित्व करता है। अचरज की बात यह है कि पादरी ने पुरूषों के अंडरगारमेंट्स के बारे में कुछ नहीं कहा।

धार्मिक सभा के दौरान पादरी रेव ने महिला श्रद्धालुओं से कहा कि उन्हें बिल्कुल मुक्त होकर चर्च आना चाहिए। कोई भी अंडरगारमेंट्स नहीं पहनने चाहिए। क्राइस्ट को अपने शरीर में पूरी तरह से प्रवेश करने देना चाहिए।

रेव ने तर्क दिया कि चर्च जाते समय लोगों को मन और शरीर से पूरी तरह फ्री होना चाहिए। उनके मुताबिक इस काम में अंडरगारमेंट्स बाधा पहुंचाते हैं।

"मांओं, ध्यान रहे तुम्हारी बेटियां भी न पहनने पाए अंडरवियर"
रेव ने यह सिर्फ कहा ही हो ऎसा नहीं है बल्कि उन्होेने तो धमकी भी दे डाली है कि अगर चर्च का कोई सदस्य गुपचुप ढंग से अंडरगारमेंट्स पहनकर आया, तो उसके साथ बहुत बुरा होगा।

पादरी ने महिलाओं से कहा कि चर्च में आने से पहले उन्हें अपनी बेटियों को चेक करना होगा, ताकि वह अंदरूनी कपड़े पहनकर न आ सकें। पादरी की यह धमकी काम कर गई और पिछले रविवार को हुई धार्मिक सभा में सभी महिलाओं ने बिना अंडरवियर पहने ही चर्च में प्रवेश किया।

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