शनिवार, 15 मार्च 2014

एक और बड़ा परिवर्तन, भाजपा में किरोड़ी की वापसी!

जयपुर। लोकसभा चुनाव से पूर्व प्रदेश की राजनीति में एक और बड़ा परिवर्तन आने की तैयारी है। पिछले छह सालों से भाजपा का विरोध कर निर्दलीय और फिर राजपा के सहयोग से चुनाव लड़ने वाले किरोड़ीलाल मीणा की जल्द ही भाजपा में वापसी हो सकती है।
किरोड़ी ने पिछले दिनों भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह और प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की है। मीणा और सिंह में लंबे समय तक बात हुई। इसके बाद मीणा नरेंद्र मोदी से मिलने भी गए। दोनों के बीच करीब डेढ़ घंटे तक बातचीत हुई।

माना जा रहा है कि किरोड़ी की भाजपा में वापसी की घोषणा जल्द हो सकती है। उन्हें पार्टी की ओर से दौसा लोकसभा क्षेत्र का उम्मीदवार भी बनाया जा सकता है। केंद्र में उनकी पार्टी एनपीपी भी एनडीए के घटक दल में से है, उनकी वापसी को लेकर जल्द ही बड़ा निर्णय हो सकता है।

हैं पुराने संबंध
किरोड़ीलाल के राजनाथ सिंह और नरेन्द्र मोदी से काफी पुराने संबंध हैं। मीणा ने राजनाथ सिंह के साथ युवा मोर्चा में काम किया है। उस समय राजनाथ युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हुआ करते थे और किरोड़ीलाल प्रदेश युवा मोर्चा के अध्यक्ष थे। वहीं मोदी ने भी गुजरात के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के दौरान मीणा को आमंत्रित किया था। हालांकि वे समारोह में नहीं गए थे।

दोनों दलों की मुश्किलें बढेंगी
किरोड़ीलाल के भाजपा में वापसी के साथ जहां कांग्रेस को पूर्वी राजस्थान में दौसा, टोंक-सवाईमाधोपुर, अलवर, भरतपुर, धौलपुर-करौली जैसी प्रमुख सीटों पर भारी नुकसान हो सकता है। भाजपा के लिए भी उनकी वापसी आसान नहीं होगी।

किरोड़ी ने 2003 से 2008 तक चली भाजपा सरकार में विरोधी तेवर दिखाए थे और वसुंधरा राजे से भी उनके संबंध मधुर नहीं रहे। इसके चलते उन्होंने 2008 में पार्टी से अलग होकर चुनाव लड़ा था।

उनकी पत्नी गोलमा देवी कांग्रेस सरकार में मंत्री भी रहीं। हालांकि पिछले विधानसभा चुनाव में किरोड़ी ने भाजपा और कांग्रेस दोनों से ही अपने को अलग कर लिया था और एनपीपी के बैनर तले चुनाव लड़ा था। - 

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