मेलबर्न। हाथ देखकर भविष्य बताने वाले एक तथाकथित ज्योतिषी ने एक महिला के कपड़े ट्रेन में ही उतरवा लिए। ताज्जुब की बात यह है कि इस ज्योतिषी ने दो और महिलाओं के साथ इस तरह की हरकत करने की कोशिश की।
पीडित महिला को जब इस दुर्व्यवहार का अहसास हुआ तो उसने अदालत का दरवाजा खटखटाया। यह घटना ऑस्ट्रेलिया की है। यहां एक भारतवंशी ने इस तरह की घटना को अंजाम दिया।
ऑस्ट्रेलिया में 41 वर्षीय भारतीय अजय चोपड़ा ने हाथ देखकर भविष्य बताने के बहाने ट्रेन में महिलाओं से दुर्व्यवहार का आरोप स्वीकार कर लिया है। चोपड़ा को तीन महिलाओं से दुर्व्यवहार का दोषी पाया गया।
उसने बेंडिगो और मेलबर्न के बीच यात्रा के दौरान वी लाइन ट्रेनों में दो अन्य महिलाओं से भी दुर्व्यवहार की कोशिश की। चोपड़ा ने फरवरी और अक्टूबर 2011 के बीच 20 से 30 साल की आयु समूह की पांच महिलाओं से निकटता बढ़ाने की कोशिश की।
मीडिया के मुताबिक, अदालत की पहले की सुनवाई में कहा गया कि उसने महिलाओं से कहा कि वह उनका भविष्य बता सकता है। मुद्दे को खबर का रूप नहीं दिया जाए, इसके लिए उसने अदालत से संपर्क किया।
हालांकि न्यायाधीश गेरार्ड मुल्लाले ने कहा कि इस संबंध में खबरें प्रकाशित नहीं हों, इस पर पाबंदी लगाने का कोई कारण नहीं है। चोपड़ा की जमानत बढ़ा दी गई और उसे अपना पासपोर्ट सौंपने को कहा गया। उसे ऑस्ट्रेलिया नहीं छोड़ने की हिदायत के साथ सप्ताह में पुलिस के समक्ष उपस्थिति दर्ज कराने के लिए कहा गया। -
पीडित महिला को जब इस दुर्व्यवहार का अहसास हुआ तो उसने अदालत का दरवाजा खटखटाया। यह घटना ऑस्ट्रेलिया की है। यहां एक भारतवंशी ने इस तरह की घटना को अंजाम दिया।
ऑस्ट्रेलिया में 41 वर्षीय भारतीय अजय चोपड़ा ने हाथ देखकर भविष्य बताने के बहाने ट्रेन में महिलाओं से दुर्व्यवहार का आरोप स्वीकार कर लिया है। चोपड़ा को तीन महिलाओं से दुर्व्यवहार का दोषी पाया गया।
उसने बेंडिगो और मेलबर्न के बीच यात्रा के दौरान वी लाइन ट्रेनों में दो अन्य महिलाओं से भी दुर्व्यवहार की कोशिश की। चोपड़ा ने फरवरी और अक्टूबर 2011 के बीच 20 से 30 साल की आयु समूह की पांच महिलाओं से निकटता बढ़ाने की कोशिश की।
मीडिया के मुताबिक, अदालत की पहले की सुनवाई में कहा गया कि उसने महिलाओं से कहा कि वह उनका भविष्य बता सकता है। मुद्दे को खबर का रूप नहीं दिया जाए, इसके लिए उसने अदालत से संपर्क किया।
हालांकि न्यायाधीश गेरार्ड मुल्लाले ने कहा कि इस संबंध में खबरें प्रकाशित नहीं हों, इस पर पाबंदी लगाने का कोई कारण नहीं है। चोपड़ा की जमानत बढ़ा दी गई और उसे अपना पासपोर्ट सौंपने को कहा गया। उसे ऑस्ट्रेलिया नहीं छोड़ने की हिदायत के साथ सप्ताह में पुलिस के समक्ष उपस्थिति दर्ज कराने के लिए कहा गया। -
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