राजस्थान के बाड़मेर लोकसभा चुनाव क्षेत्र से टिकट नहीं दिए जाने से नाराज जसवंत सिंह को शांत करने की कोशिश में बीजेपी ने शनिवार को कहा कि वह सीनियर नेता हैं और उनकी सेवाओं का पार्टी उचित इस्तेमाल करेगी। जसवंत सिंह के पार्टी छोड़ने संबंधी खबरों पर बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि उनकी प्रतिष्ठा को टिकट के आधार पर नहीं आंका जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, 'जसवंत सिंह पार्टी के सीनियर नेता हैं और हम उनका सम्मान करते हैं। उनकी प्रतिष्ठा को टिकट के संदर्भ में नहीं आंका जा सकता है। हम उनकी सेवाओं और अनुभव का सदुपयोग करेंगे। यह पूछे जाने पर कि अगर वह निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ते हैं तो क्या पार्टी उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी। बीजेपी प्रमुख ने इसे एक काल्पनिक सवाल बताकर टाल दिया।
अभी दार्जिलिंग से सांसद जसवंत सिंह ने इस बार अपने गृह नगर बाड़मेर से प्रत्याशी बनाए जाने की इच्छा व्यक्त की थी, जिसे पार्टी ने पूरा नहीं किया। इससे वह सख्त नराज हैं और खबरें है कि वह बीजेपी छोड़ कर निर्दलीय बाड़मेर से चुनाव लड़ सकते हैं। जसवंत पार्टी के सीनियर नेता लालकृष्ण आडवाणी के करीबी माने जाते हैं। आडवाणी ने भी इस बार गांधीनगर की बजाय भोपाल से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी लेकिन पार्टी ने उसे स्वीकार नहीं किया।
उन्होंने कहा, 'जसवंत सिंह पार्टी के सीनियर नेता हैं और हम उनका सम्मान करते हैं। उनकी प्रतिष्ठा को टिकट के संदर्भ में नहीं आंका जा सकता है। हम उनकी सेवाओं और अनुभव का सदुपयोग करेंगे। यह पूछे जाने पर कि अगर वह निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ते हैं तो क्या पार्टी उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी। बीजेपी प्रमुख ने इसे एक काल्पनिक सवाल बताकर टाल दिया।
अभी दार्जिलिंग से सांसद जसवंत सिंह ने इस बार अपने गृह नगर बाड़मेर से प्रत्याशी बनाए जाने की इच्छा व्यक्त की थी, जिसे पार्टी ने पूरा नहीं किया। इससे वह सख्त नराज हैं और खबरें है कि वह बीजेपी छोड़ कर निर्दलीय बाड़मेर से चुनाव लड़ सकते हैं। जसवंत पार्टी के सीनियर नेता लालकृष्ण आडवाणी के करीबी माने जाते हैं। आडवाणी ने भी इस बार गांधीनगर की बजाय भोपाल से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी लेकिन पार्टी ने उसे स्वीकार नहीं किया।
rajnath thora jyada fudak rha h election ke bad esse muh chipane ki jagh nahi milegi.
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