पटियाला। पंजाब में पटियाला जिले के नाभा में शनिवार को दिन दहाड़े बदमाशों ने द्वारा स्टेट बैंक ऑफ पटियाला की बैन पर फायरिंग की और 37 लाख रूपए लूट कर फरार हो गए। इस घटना में बैन के एक सुरक्षा गार्ड की मौत हो गई तथा प्राइवेट सुरक्षा एजेंसी का कैशियर घायल हो गया।
घटना अलोहरां गेट के निकट कोतवाली थाने से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर हुई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार प्राईवेट एजेंसी की कैश वैन गाड़ी स्टेट बैंक ऑफ पटियाला के एटीएम में पैसे लोड करने के लिए वहां पहुंची।
इसी दौरान वहां मोटरसाईकल पर सवार दो युवक पहुंचे। इनमें एक ने फायरिंग शुरू कर दी जिसमें सुरक्षा गार्ड रनबीर सिंह की मौत हो गई तथा बैन का कैशियर अनिरूद्ध तिवारी घायल हो गया। उसे रजिंदरा अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
स्थानीय दुकानदारों ने लुटेरों को रोकने की कोशिश की लेकिन वेवैन में रखा ट्रंक लेकर फरार हो गए। ट्रंक में 37 लाख रूपए की राशि थी। स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया है कि थाना प्रभारी देविंदर अत्रीशहर में अक्सर नहीं होते क्योंकि वह ड्रग तस्करी मामले में गठित एसआईटी में शामिल होने के कारण ज्यादातर शहर से बाहर ही रहते हैं।
ऎसे में जहां असामाजिक तत्वों के हौंसले बुलंद हैं वहीं पुलिस भी लूट और छीनाझपटी की शिकायतों को गंभीरता से नहीं ले रही है। इस बीच स्टेट बैंक ऑफ पटियाला कर्मचारी महासंघ ने नकदी लाने ले जाने के लिए प्राइवेट एजेंसी की सेवाएं लेने के लिए बैंक प्रबंधन की निंदा की है।
घटना अलोहरां गेट के निकट कोतवाली थाने से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर हुई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार प्राईवेट एजेंसी की कैश वैन गाड़ी स्टेट बैंक ऑफ पटियाला के एटीएम में पैसे लोड करने के लिए वहां पहुंची।
इसी दौरान वहां मोटरसाईकल पर सवार दो युवक पहुंचे। इनमें एक ने फायरिंग शुरू कर दी जिसमें सुरक्षा गार्ड रनबीर सिंह की मौत हो गई तथा बैन का कैशियर अनिरूद्ध तिवारी घायल हो गया। उसे रजिंदरा अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
स्थानीय दुकानदारों ने लुटेरों को रोकने की कोशिश की लेकिन वेवैन में रखा ट्रंक लेकर फरार हो गए। ट्रंक में 37 लाख रूपए की राशि थी। स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया है कि थाना प्रभारी देविंदर अत्रीशहर में अक्सर नहीं होते क्योंकि वह ड्रग तस्करी मामले में गठित एसआईटी में शामिल होने के कारण ज्यादातर शहर से बाहर ही रहते हैं।
ऎसे में जहां असामाजिक तत्वों के हौंसले बुलंद हैं वहीं पुलिस भी लूट और छीनाझपटी की शिकायतों को गंभीरता से नहीं ले रही है। इस बीच स्टेट बैंक ऑफ पटियाला कर्मचारी महासंघ ने नकदी लाने ले जाने के लिए प्राइवेट एजेंसी की सेवाएं लेने के लिए बैंक प्रबंधन की निंदा की है।
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