गुरुवार, 6 फ़रवरी 2014

विधानसभा में "आमने-सामने" हुए बेनीवाल और खींवसर

जयपुर।14वीं राजस्थान विधानसभा के पहले सत्र के अंतिम दिनऊर्जा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर और निर्दलीय विधायक हनुमान बेनीवाल के बीच जमकर नोंकझोंक हुई। दोनों के बीच बिजली छीजत को लेकर सवाल-जवाब हुए। इसके चलते सदन में काफी देर तक हंगामा हुआ। विधानसभा में "आमने-सामने" हुए बेनीवाल और खींवसर
ऊर्जा मंत्री खींवसर और बेनीवाल के बीच हंगामे की शुरूआत बेनीवाल द्वारा खींवसर पर आरोप लगाने के बाद हुई। इसके चलते सदन में शोरगुल तेज हो गया और कार्यवाही बाधित हुई। इस दौरान कांग्रेस के सचेतक और लक्ष्मणगढ़ विधायक गोविन्द सिंह डोटासरा भी खड़े हो गए। इस पर विधानसभाध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने नाराजगी जाहिर करते हुए बाधा डालने पर टोका।

आठ घंटे बिजली देने के सवाल पर ऊर्जा मंत्री ने कहाकि सरकार ने ये वादा किया है लेकिन सरकार के पास कोई जादू की छड़ी नहीं है। प्रदेश में बिजली व्यवस्था में सुधार की जरूरत है। इसके चलते फिलहाल किसानों को आठ घंटे बिजली देना संभव नहीं है। इस संबंध में राजपा की गीता वर्मा तथा डॉ. किरोडी लाल मीणा ने सवाल पूछा था। इस पर डोटासरा ने सवाल किया कि भाजपा ने प्रदेश के किसानों के साथ छलावा किया है।

निर्दलीय विधायक मानिक चन्द सुराना के सवाल पर खींवसर ने कहा कि फिलहाल पांच से साढ़े पांच रूपये प्रति यूनिट की दर से बिजली खरीदी जा रही है। उन्होंने बताया कि अगस्त 2014 तक राजस्थान बिजली के क्षेत्र में आत्म निर्भर हो जायेगा। राजपा विधायक डॉ. किरोडी लाल के बिजली की छीजत को 35 प्रतिशत से घटा कर 20 प्रतिशत तक लाने के सवाल पर ऊर्जा मंत्री ने कहा कि छीजत को कम करने के लिये ऑडिट कम्पनी को काम सौंपा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही इस पर विचार होगा।

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