बाड़ी (धौलपुर)। सरकार आपके द्वार के तहत मुख्यमंत्री ने डांग क्षेत्र के उन इलाकों में दस्तक दी, जहां आजादी के बाद आज तक कोई नहीं पहुंचा।
चम्बल नदी के किनारे बसे गांव मुगलपुरा में सीएम ने करीब दो घंटे गुजारे। उन्होंने सरकारी योजनाओं का जायजा लिया। सीएम ने विद्यालय में बच्चों की पढ़ाई की स्थिति देखी और उनके साथ बैठ कर मिड डे मील चखा। उन्होंने गांव वालों से बिजली, पानी, शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जानकारी ली।
राजे यहां शिक्षा की बदतर हालत को देख कर उस समय चौंक गई जब बच्चे गिनती पहाड़े तक नहीं बता सके। स्कूल में रखा कम्प्यूटर बंद पड़ा था। ऎसा लग रहा था जैसे आज ही स्कूल में लाकर रखा गया है। मिड-डे मील का रिकॉर्ड संधारित नहीं था। मुख्यमंत्री ने इस स्थिति पर गहरा दुख व्यक्त किया।
उन्होंने स्कूल के बाद स्वास्थ्य केन्द्र का भी निरीक्षण किया। इस दौरान गांव वालों ने मुख्यमंत्री को पेयजल सकंट के बारे में बताते हुए कहा कि होली के बाद उनके यहां पशुओं के लिए भी पानी खत्म हो जाएगा। इसकी वजह से गांव वाले पहले की ही भांति यहां से पलायन कर जाएंगे। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों की इस पीड़ा को गंभीरता से लिया।
पूर्व जिला प्रमुख दुर्ग सिंह अंदाना ने मुख्यमंत्री से भोला का पुरा की घटिया ग्रेवल सड़क को पक्की करा कर बाबू महाराज, वन बिहार, चचोखर तथा आठ मील को छोटे रास्ते से जोड़ने का आग्रह किया। इस पर सीएम ने इस मार्ग को देखा। इस मौके पर कुछ लोगों ने पुलिस की शिकायत की। मुगलपुरा से चल कर सीएम तालाबशाही पहुंची। जहां पूर्व सरपंच राजेश मीणा, दिलीप अंदाना ने सीएम का स्वागत किया। विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने भी सीएम से मुलाकात की तथा विकास कार्यो के लिए ज्ञापन दिया।
इधर राजस्थान के डेयरी पशुपालन एवं कृषि मंत्री प्रभूलाल सैनी शुक्रवार को राजाखेड़ा के क्षेत्र के भ्रमण पर पहुंचे और राजकीय पशु चिकित्सालय का निरीक्षण कर कर्मचारियों को क्षमता संवर्दन कर राज्य के विकास के लिए अधिकाधिक कार्य करने का आह्वान किया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने मुख्यालय के कृçष्ा सेवा केन्द्र के हमेशा बंद रहने की शिकायत की। इस पर मंत्री वहां पहुंचे और निरीक्षण किया।
चम्बल नदी के किनारे बसे गांव मुगलपुरा में सीएम ने करीब दो घंटे गुजारे। उन्होंने सरकारी योजनाओं का जायजा लिया। सीएम ने विद्यालय में बच्चों की पढ़ाई की स्थिति देखी और उनके साथ बैठ कर मिड डे मील चखा। उन्होंने गांव वालों से बिजली, पानी, शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जानकारी ली।
राजे यहां शिक्षा की बदतर हालत को देख कर उस समय चौंक गई जब बच्चे गिनती पहाड़े तक नहीं बता सके। स्कूल में रखा कम्प्यूटर बंद पड़ा था। ऎसा लग रहा था जैसे आज ही स्कूल में लाकर रखा गया है। मिड-डे मील का रिकॉर्ड संधारित नहीं था। मुख्यमंत्री ने इस स्थिति पर गहरा दुख व्यक्त किया।
उन्होंने स्कूल के बाद स्वास्थ्य केन्द्र का भी निरीक्षण किया। इस दौरान गांव वालों ने मुख्यमंत्री को पेयजल सकंट के बारे में बताते हुए कहा कि होली के बाद उनके यहां पशुओं के लिए भी पानी खत्म हो जाएगा। इसकी वजह से गांव वाले पहले की ही भांति यहां से पलायन कर जाएंगे। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों की इस पीड़ा को गंभीरता से लिया।
पूर्व जिला प्रमुख दुर्ग सिंह अंदाना ने मुख्यमंत्री से भोला का पुरा की घटिया ग्रेवल सड़क को पक्की करा कर बाबू महाराज, वन बिहार, चचोखर तथा आठ मील को छोटे रास्ते से जोड़ने का आग्रह किया। इस पर सीएम ने इस मार्ग को देखा। इस मौके पर कुछ लोगों ने पुलिस की शिकायत की। मुगलपुरा से चल कर सीएम तालाबशाही पहुंची। जहां पूर्व सरपंच राजेश मीणा, दिलीप अंदाना ने सीएम का स्वागत किया। विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने भी सीएम से मुलाकात की तथा विकास कार्यो के लिए ज्ञापन दिया।
इधर राजस्थान के डेयरी पशुपालन एवं कृषि मंत्री प्रभूलाल सैनी शुक्रवार को राजाखेड़ा के क्षेत्र के भ्रमण पर पहुंचे और राजकीय पशु चिकित्सालय का निरीक्षण कर कर्मचारियों को क्षमता संवर्दन कर राज्य के विकास के लिए अधिकाधिक कार्य करने का आह्वान किया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने मुख्यालय के कृçष्ा सेवा केन्द्र के हमेशा बंद रहने की शिकायत की। इस पर मंत्री वहां पहुंचे और निरीक्षण किया।
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