नागपुर। महाराष्ट्र की उपराजधानी नागपुर जिले में नसबंदी कराने के बाद एक महिला के गर्भवती होने का मामला प्रकाश में आया है।
सूत्रों के अनुसार नागपुर जिले के सावनेर तहसील ग्राम पाटण सावंगी निवासी मंजूषा बंसोड ने दो बच्चे होने के बाद निजी डागा अस्पताल में वर्ष 2010 में नसबंदी का ऑपरेशन कराया था। यह ऑपरेशन अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा तीसरा बच्चा होने पर महिला की जान को खतरा बताकर किया था।
महिला का पति कमलाकर बंसोड अल्प शिक्षित होने के कारण मजदूरी करके परिवार का लालन पालन कर रहा है। नसबंदी का ऑपरेशन करने के बाद कमलाकर ने डॉक्टरों के परामर्श के अनुसार करीब ढाई साल तक सतर्कता बरती। बाद में डॉक्टरों की सलाह पर कमलाकर ने सतर्कता बरतना बंद कर दी। जिसके चलते उसकी पत्नी मंजूषा फिर से गर्भवती हो गई और उसे ढाई माह का गर्भ है।
पत्नी के गर्भवती होने से पति कमलाकर आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कमलाकर ने जिला परिषद के सदस्य सुरेन्द्र शेंडे के साथ जिला परिषद कार्यालय पहुंचकर मामले की शिकायत दर्ज कराई।
सूत्रों के अनुसार नागपुर जिले के सावनेर तहसील ग्राम पाटण सावंगी निवासी मंजूषा बंसोड ने दो बच्चे होने के बाद निजी डागा अस्पताल में वर्ष 2010 में नसबंदी का ऑपरेशन कराया था। यह ऑपरेशन अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा तीसरा बच्चा होने पर महिला की जान को खतरा बताकर किया था।
महिला का पति कमलाकर बंसोड अल्प शिक्षित होने के कारण मजदूरी करके परिवार का लालन पालन कर रहा है। नसबंदी का ऑपरेशन करने के बाद कमलाकर ने डॉक्टरों के परामर्श के अनुसार करीब ढाई साल तक सतर्कता बरती। बाद में डॉक्टरों की सलाह पर कमलाकर ने सतर्कता बरतना बंद कर दी। जिसके चलते उसकी पत्नी मंजूषा फिर से गर्भवती हो गई और उसे ढाई माह का गर्भ है।
पत्नी के गर्भवती होने से पति कमलाकर आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कमलाकर ने जिला परिषद के सदस्य सुरेन्द्र शेंडे के साथ जिला परिषद कार्यालय पहुंचकर मामले की शिकायत दर्ज कराई।
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