बुधवार, 5 फ़रवरी 2014

अब मतदान केन्द्रों पर वोट डालने के साथ आराम भी कीजिए

जयपुर। लोकसभा चुनाव के दौरान मतदाताओं को वोटिंग के लिए प्रेरित करने के लिए चुनाव आयोग ने जोरदार बंदोबस्त कर लिए हैं। इसके तहत मतदाताओं को गर्मी से बचाने की जिम्मेदारी जिला निर्वाचन अधिकारियों की होगी। साथ ही वोटिंग में महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके तहत एक पुरूष मतदाता के बाद दो महिलाओं को प्रवेश दिया जाएगा। जिला निर्वाचन अधिकारी मतदाताओं को अप्रेल-मई में गर्मी के दौरान सिर पर गीला तौलिया लगाकर घर से निकलने की सलाह भी देंगे।अब मतदान केन्द्रों पर वोट डालने के साथ आराम भी कीजिए
मिलेगा आराम और होगा उपचार
मतदान केन्द्र पर गोद में बच्चा लेकर आने वाली महिला, बुजुर्ग और विकलांगों को मतदान में प्राथमिकता मिलेगी और केन्द्रों पर चिकित्सा सुविधा के भी बंदोबस्त रहेंगे। तबीयत बिगड़ने पर मतदाता को आराम के लिए अतिरिक्त कमरों की व्यवस्था की जाएगी। चुनाव के दौरान तेज गर्मी को देखते हुए निर्वाचन आयोग ने इस बार ऎसे ही कई इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं, ताकि लोग गर्मी के बावजूद मतदान के लिए आएं और मतदान प्रतिशत कम न हो।

लंबी कतार वाले केंद्र होंगे चिह्नित...
पिछले चुनावों के दौरान जिन मतदान केन्द्रों पर लम्बी कतारें लगती हैं। उन मतदान केन्द्रों को पहले से चिह्नित कर अतिरिक्त व्यवस्थाएं की जाएंगी। कहा गया है कि यहां कतार को सही रखने के लिए एनएसएस व एनसीसी के छात्रों को भी तैनात किया जा सकता है।

सुविधा जांच के लिए नोडल अधिकारी...
मतदान केन्द्रों पर सभी सुविधाओं की जांच के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी व विधानसभा क्षेत्रों के रिटर्निग अधिकारी के स्तर पर अलग-अलग नोडल अधिकारी रखे जाएंगे। जिनके नाम व नंबर इलेक्शन मैनेजमेंट प्लान में भी शामिल किए जाएंगे।

वोटिंग में महिलाओं को मिलेगी प्राथमिकता

केन्द्रों पर बिजली, पानी और छाया की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाए।
केन्द्र पर मतदान कक्ष के अलावा अतिरिक्त कमरे खाली रखे जाएं।
मतदान के लिए महिला-पुरूष की अलग-अलग कतारें लगाई जाएं।
एक पुरूष मतदाता के बाद दो महिलाओं को प्रवेश दिया जाए
मतदाता पर्ची और लोगों को चुनाव संबंधी जानकारी देने के लिए हेल्प डेस्क हो।
मूक-बधिर मतदाता की मदद के लिए अलग स्टाफ रखा जाए और शारीरिक रूप से विकलांगों के लिए रैम्प हों।
गर्मी में डीहाइड्रेशन से बचाव के लिए प्रत्येक पोलिंग पार्टी को छोटा फर्स्ट-एड किट दिया जाए, जिसमें सभी आवश्यक दवाएं होंगी। दवाओं के साथ एक पर्चा होगा, जिसमें लिखा होगा कि किस तकलीफ में कौनसी दवा ली जाएगी।
लू से बचाव के लिए ओआरएस का पैकेट दिया जाए
मतदाताओं में प्रचार किया
जाए कि वे गीला तौलिया सिर पर घर से निकलें।
शांतिपूर्ण मतदान की निगरानी के लिए संचालित की जाने वाली पेट्रोल यूनिट में आवश्यक दवाओं के साथ चिकित्सा विभाग का पैरामेडिकल स्टाफ रखा जाए। ऎसी व्यवस्था की जाएगी यह पेट्रोल यूनिट सभी मतदान केन्द्रों पर आवश्यकता पड़ने पर तत्काल पहुंच सके।

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