गुरुवार, 13 फ़रवरी 2014

निर्मल बाबा के बेटे ने दर्ज कराया मुकदमा

मेरठ। मधुमेह की बीमारी में कथित रूप से खीर खाने की सलाह देने पर निर्मल बाबा के खिलाफ कोर्ट में मुकदमा दायर करने वाले प्रोफेसर के खिलाफ अब निर्मल बाबा की ओर से उनके बेटे सुप्रीम ने मुकदमा दर्ज कराया है।
केस कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुआ। आरोप है कि प्रोफेसर केस वापस लेने के बदले में निर्मल बाबा से 50 लाख रूपए मांग रहा है।

पुलिस के अनुसार सुप्रीत बरूला ने अदालत में दायर अपने आवेदन में शाहपुर डिग्गी निवासी और बागपत में एक कॉलेज में प्रोफेसर हरीश वीर और शास्त्रीनगर निवासी डॉक्टर राजकुमार पर आरोप लगाया कि इन्होंने फर्जी दस्तावेज बनाकर निर्मल बाबा के खिलाफ अदालत में मुकदमा दायर किया।

पुलिस के अनुसार वादी सुप्रीत ने हरीशपाल को शुगर मरीज बताने वाले फर्जी सर्टिफिकेट की कॉपी के साथ कुछ और दस्तावेज भी दिए हैं जिनकी गहराई से छानबीन की जा रही है।

बता दें कि गढ़ रोड शाहपुर डिग्गी निवासी प्रोफेसर हरीशवीर ने निर्मल बाबा के खिलाफ करीब 1 साल पहले मेरठ की एक अदालत में मुकदमा दर्ज कराया था। हरीशवीर का कहना था कि वे शुगर के मरीज हैं और निर्मल बाबा ने दवा के रूप में उन्हें अधिक मीठी खीर खाने की सलाह दी। खीर खाने पर उनकी हालत बिगड़ गई। इस मामले में अदालत ने निर्मल बाबा को तलब किया था।

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