चेन्नई। प्रख्यात तमिल फिल्मकार बालु महेंद्र का गुरूवार को विजया हॉस्पीटल में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 74 साल के थे।
अस्पताल सूत्रों के अनुसार फिल्मकार को दिल का दौरा पड़ा था और सुबह अस्पताल लाया गया था। बाद में उन्हें गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती किया गया, जहां एक घंटे बाद उनका निधन हो गया। उनका शव अंतिम दर्शन के लिए उनके निवास पर पहुंचा दिया गया है।
बालु ने सिनेमाटोग्राफर के रूप में 1974 में मलयालम फिल्म "नेल्लु" से अपने करियर की शुरूआत की थी। 1976 में अपनी पहली फिल्म का निर्देशन करने से पहले उन्होंने 20 फिल्मों में सिनेमाटोग्राफर के रूप में काम किया। उनकी पहली निर्देशित फिल्म "कोकिला" को राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला था।
तमिल सिनेमा के अग्रणियों में गिने जाने वाले बालु ने "मुंदरम पिरई" "संध्या रागम" और "वीदु" जैसी बेहतरीन फिल्में दीं। उनके निर्देशन में बनी आखिरी फिल्म "थलइमुरईगल" पिछले साल आई थी और समीक्षकों द्वारा काफी सराही गई थी। उन्होंने हिंदी सिनेमा को "सदमा" एवं "और एक प्रेम कहानी" जैसी फिल्में दी।
अस्पताल सूत्रों के अनुसार फिल्मकार को दिल का दौरा पड़ा था और सुबह अस्पताल लाया गया था। बाद में उन्हें गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती किया गया, जहां एक घंटे बाद उनका निधन हो गया। उनका शव अंतिम दर्शन के लिए उनके निवास पर पहुंचा दिया गया है।
बालु ने सिनेमाटोग्राफर के रूप में 1974 में मलयालम फिल्म "नेल्लु" से अपने करियर की शुरूआत की थी। 1976 में अपनी पहली फिल्म का निर्देशन करने से पहले उन्होंने 20 फिल्मों में सिनेमाटोग्राफर के रूप में काम किया। उनकी पहली निर्देशित फिल्म "कोकिला" को राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला था।
तमिल सिनेमा के अग्रणियों में गिने जाने वाले बालु ने "मुंदरम पिरई" "संध्या रागम" और "वीदु" जैसी बेहतरीन फिल्में दीं। उनके निर्देशन में बनी आखिरी फिल्म "थलइमुरईगल" पिछले साल आई थी और समीक्षकों द्वारा काफी सराही गई थी। उन्होंने हिंदी सिनेमा को "सदमा" एवं "और एक प्रेम कहानी" जैसी फिल्में दी।
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