नई दिल्ली। देश में शुक्रवार को मध्य रात से पेट्रोल 60 पैसे और डीजल 50 पैसे प्रति लीटर महंगा हो जाएगा। इस बढ़ोतरी में वैट शामिल नहीं है।
तेल विपणन करने वाली देश की सबसें बड़ी कंपनी इंडियन ऑयल कार्पोरेशन ने शुक्रवार को यहां बताया कि इस बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में पेट्रोल की कीमत कर सहित 73.16 रूपए प्रति लीटर हो गई है जबकि पहले यह 72.43 रूपए प्रति लीटर थी।
इसी तरह अब डीजल की कीमत कर सहित 55.48 रूपए प्रति लीटर हो गई है जबकि पहले यह 54.91 रूपए प्रति लीटर थी।
कंपनी ने कहा है कि पिछली बार गत चार जनवरी को पेट्रोल की कीमतों में 75 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई थी और उसके बाद से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल कीमतें बढ़ी है। इसके मद्देनजर उसे इसकी कीमतों में 60 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी करनी पड़ रही है।
कंपनी ने कहा है कि डीजल की कीमतों में प्रति महीने मामूली वृद्धि करने के सरकार के निर्देश के तहत 50 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है। डीजल की कीमतों में यह वृद्धि किए जाने के बाद भी उसे 8.37 रूपए प्रति लीटर कर नुकसान हो रहा है।
इसी तरह से कैरोसिन पर 36.34 रूपए प्रति लीटर का और घरेलू रसोई गैस पर प्रति सिलेंडर 605.50 रूपए का घाटा हो रहा है। चालू वित्त वर्ष में डीजल कैरोसिन और रसोई गैस की लागत से कम पर बिक्री करने से कंपनी को 74 हजार करोड़ रूपए के नुकसान का अनुमान है।
उसने कहा है कि इससे तेल विपणन कंपनियों को कुल मिलाकर 1.43 लाख करोड़ रूपए का घाटा हो सकता है।
तेल विपणन करने वाली देश की सबसें बड़ी कंपनी इंडियन ऑयल कार्पोरेशन ने शुक्रवार को यहां बताया कि इस बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में पेट्रोल की कीमत कर सहित 73.16 रूपए प्रति लीटर हो गई है जबकि पहले यह 72.43 रूपए प्रति लीटर थी।
इसी तरह अब डीजल की कीमत कर सहित 55.48 रूपए प्रति लीटर हो गई है जबकि पहले यह 54.91 रूपए प्रति लीटर थी।
कंपनी ने कहा है कि पिछली बार गत चार जनवरी को पेट्रोल की कीमतों में 75 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई थी और उसके बाद से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल कीमतें बढ़ी है। इसके मद्देनजर उसे इसकी कीमतों में 60 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी करनी पड़ रही है।
कंपनी ने कहा है कि डीजल की कीमतों में प्रति महीने मामूली वृद्धि करने के सरकार के निर्देश के तहत 50 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है। डीजल की कीमतों में यह वृद्धि किए जाने के बाद भी उसे 8.37 रूपए प्रति लीटर कर नुकसान हो रहा है।
इसी तरह से कैरोसिन पर 36.34 रूपए प्रति लीटर का और घरेलू रसोई गैस पर प्रति सिलेंडर 605.50 रूपए का घाटा हो रहा है। चालू वित्त वर्ष में डीजल कैरोसिन और रसोई गैस की लागत से कम पर बिक्री करने से कंपनी को 74 हजार करोड़ रूपए के नुकसान का अनुमान है।
उसने कहा है कि इससे तेल विपणन कंपनियों को कुल मिलाकर 1.43 लाख करोड़ रूपए का घाटा हो सकता है।
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