शनिवार, 22 फ़रवरी 2014

500-500 की गड्डी देख हो गई बावली!

अजमेर। पांच-पांच सौ रूपए के नोटों की गड्डी दिखाकर शातिर ठग एक महिला के गले से मंगलसूत्र व कान के टॉप्स उतरवाकर ले गए। पीडिता को जब ठगे जाने का आभास हुआ तो रो पड़ी। वह सिविल लाइंस थाने पहुंची। परिजन की डांट-फटकार के डर से उसने ठगी की बजाय लूट की बात कही लेकिन उसकी कहानी पुलिस के गले नहीं उतरी। पीडिता ने कुछ घंटे बाद ही सच्चाई कबूलते हुए ठगी की शिकायत दी।
पुलिस लाइन महादेवनगर निवासी सीमा पत्नी सुरेश लोहिया शुक्रवार सुबह घर से काम पर जाने के लिए निकली। जवाहर नगर सर्वोदय कॉलोनी के पास मिले किशोर ने उसे बस स्टैण्ड का रास्ता पूछते हुए बताया कि उसे मालिक ने नौकरी से निकाल दिया है। अब वह जयपुर जा रहा है। सीमा ने उसे टैम्पो से जाने को कहा तो किशोर ने किराया नहीं होने की बेबसी जता दी।

सीमा ने आगे चल रहे युवक से किशोर को रास्ता बताने लिए कह दिया। युवक ने सीमा से किशोर को किराया देने को कहा। इनकार करने पर दूसरे पल किशोर ने थैली में पांच-पांच सौ रूपए के नोटों की गड्डी दिखाई। उसने रकम मालिक के घर से चुराना कबूला। गड्डी के बदले 5 हजार रूपए मांगे।

युवक ने सीमा को शब्दों के जाल में फांस गड्डी के बदले सोने का मंगलसूत्र व टॉप्स उतरवा लिए। सीमा को घर जाकर 5 हजार रूपए लाकर देने की बात कही। सीमा ना चाहते हुए भी गड्डी को लेकर कुछ कदम चली। उसने पीछे मुड़कर देखा तो दोनों नदारद थे। थैली से गड्डी निकालकर देखी तो होश उड़ गए। गड्डी के ऊपर पांच सौ के बजाए 50 का नोट था।

पचास के एक नोट के नीचे धागे से सीले हुए नोट के आकार के कागज व गत्ते निकले। ठगों की काफी तलाश के बाद पीडिता सिविल लाइन्स थाने पहुंची। एसएचओ चेतना भाटी ने पीडिता के साथ मौका मुआयना किया।

मैडम मैं डर गई थी

पीडिता ने पहले थाने में नकली नोट की गड्डी सड़क पर पड़ी होने व बाइक सवार दो युवकों के मंगलसूत्र और टॉप्स छीनकर ले जाने की जानकारी दी जो पुलिस के गले नहीं उतरी। बाद में एसएचओ भाटी के सामने घटना की सच्चाई बताते हुए कहा कि परिजन और बदनामी के डर से उसने ठगी के बजाए लूट की कहानी सुनाई।

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