नई दिल्ली। रसोई गैस वितरकों ने पेट्रोलियम मंत्रालय द्वारा उनकी मांगे पूरी नहीं किए जाने की स्थिति में 25 फरवरी से देशव्यापी हड़ताल पर जाने की धमकी दी है।
इससे गैस सिलेंडरों की आपूर्ति प्रभावित होने का खतरा है। हालांकि अस्पताल जैसी आवश्यक सेवाओं में इनकी आपूर्ति सामान्य रूप से की जाती रहेगी। अखिल भारतीय रसोई गैस वितरक संघ के महासचिव पवनसोनी ने आधार कार्ड से जुडे बैक खातो में उपभोकताओं को दी जाने वाली सब्सिडी की राशि में बैकों द्वारा धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है।
उनका कहना है कि आईसीआईसीआई और एक्सिस जैसे निजी क्षेत्र के बैकों ने कथित रूप से कई फर्जी खाते खोल रखे हैं। इसके जरिए वह ग्राहकों को मिलने वाली सब्सिडी के पैसे का गबन कर रहे हैं।
उनका कहना है कि ग्राहक इसके लिए वितरकों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं, जबकि इससे वितरकों का कुछ लेना देना नहीं है। वितरक संघ की मांग है कि रियायती और गैर सब्सिडी तथा व्यावसायिक इस्तेमाल वाले सिलेंडरों के दामों में भारी अंतर से कारोबार में कई तरह की अडचनें पैदा हो रही हैं। इसलिए इसमें एक रूपता लाई जानी चाहिए।
वितरक सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कपंनियों से सिलेंडरों में ऎसी सील लगाने की मांग भी कर रहे हैं जिसे आसानी से खोला नहीं जा सके। क्योंकि सील कमजोर रहने से सिलेंडरों से गैस चोरी करने की घटनाएं बढ़ रही हैं। इसके लिए वितरकों को जिम्मेदार ठहराया जाता है।
इससे गैस सिलेंडरों की आपूर्ति प्रभावित होने का खतरा है। हालांकि अस्पताल जैसी आवश्यक सेवाओं में इनकी आपूर्ति सामान्य रूप से की जाती रहेगी। अखिल भारतीय रसोई गैस वितरक संघ के महासचिव पवनसोनी ने आधार कार्ड से जुडे बैक खातो में उपभोकताओं को दी जाने वाली सब्सिडी की राशि में बैकों द्वारा धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है।
उनका कहना है कि आईसीआईसीआई और एक्सिस जैसे निजी क्षेत्र के बैकों ने कथित रूप से कई फर्जी खाते खोल रखे हैं। इसके जरिए वह ग्राहकों को मिलने वाली सब्सिडी के पैसे का गबन कर रहे हैं।
उनका कहना है कि ग्राहक इसके लिए वितरकों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं, जबकि इससे वितरकों का कुछ लेना देना नहीं है। वितरक संघ की मांग है कि रियायती और गैर सब्सिडी तथा व्यावसायिक इस्तेमाल वाले सिलेंडरों के दामों में भारी अंतर से कारोबार में कई तरह की अडचनें पैदा हो रही हैं। इसलिए इसमें एक रूपता लाई जानी चाहिए।
वितरक सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कपंनियों से सिलेंडरों में ऎसी सील लगाने की मांग भी कर रहे हैं जिसे आसानी से खोला नहीं जा सके। क्योंकि सील कमजोर रहने से सिलेंडरों से गैस चोरी करने की घटनाएं बढ़ रही हैं। इसके लिए वितरकों को जिम्मेदार ठहराया जाता है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें