शुक्रवार, 28 फ़रवरी 2014

मोदी ने सोनिया को बताया "10 नंबरी गांधी"

गुलबर्ग। लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही नेता एक दूसरे के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने लगे हैं। भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। मोदी ने सोनिया को बताया "10 नंबरी गांधी"
मोदी ने कर्नाटक के गुलबर्ग में एक रैली के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर हमला बोलते हुए उन्हें 10 नंबरी गांधी करार दिया। सोनिया गांधी दस जनपथ में रहती है,इसलिए मोदी ने 10 नंबरी गांधी शब्द का इस्तेमाल किया। मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस का उसके पापों के कारण सफाया हो जाएगा। कांग्रेस में जिंदा रहने के काबिल नहीं है।

मोदी ने कहा कि कांग्रेस की नीति बांटो और राज करो की है। उन्होंने पहले देश को तोड़ा फिर राज्यों को और अब दिल तोड़ रहे हैं। वे लोगों को आपस में लड़ाते हैं और खुद दिल्ली में मजे करते हैं। कांग्रेस की पहचान है वोट बैंक की राजनीति,भ्रष्टाचार की राजनीति और वंशवाद की राजनीति।

कांग्रेस को पता था कि उसे सीमांध्रा में कुछ नहीं मिलने वाला इसलिए उसने उन्होंने इसे भाग्य भरोसे छोड़ दिया। यह गलत है। तेलंगाना हजारों लोगों के बलिदान के कारण बना है न कि कांग्रेस के कारण। हम चाहते हैं कि तेलंगाना और आंध्र प्रदेश दोनों फले फूले लेकिन कांग्रेस ऎसी डॉक्टर है जो मां को उस वक्त मारने में विश्वास रखती है जब बच्चा पैदा होने वाला होता है।

देखिए इन दस नंबरी गांधियों ने आंध्र प्रदेश के लिए क्या किया? कांग्रेस ने कहा था कि 100 दिन में महंगाई कम करेंगे लेकिन वादा नहीं निभाया। उन लोगों पर भरोसा मत कीजिए जो लोगों को धोखा देते हैं। यह कैसा लोकतंत्र है? किसी भी लोकतंत्र में चुने हुए जनप्रतिनिधियों को एक एक पैसे और एक एक मिनट का हिसाब देना होता है लेकिन कांग्रेस किसी बात का जवाब देने में विश्वास नहीं रखती।

मैडम (सोनिया गांधी)कुछ दिन पहले यहां आई थी। क्या उन्होंने आपको बताया कि उनकी सरकार ने क्या क्या काम किए हैं? क्या कांग्रेस यह नहीं सोचती कि लोगों को जवाब देना उनकी जिम्मेदारी है? कांग्रेस का अहंकार चरम पर पहुंच गया है। भारत के लोगों को समझ में आ गया है कि उनकी समस्याओं की जड़ कांग्रेस ही है।

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