गुरुवार, 23 जनवरी 2014

सरहद पर ये जागते हैं तो देश सोता है


जैसलमेर। रात के अंधेरे मे एहतियात के तौर पर सीमा सुरक्षा बल के जवान अत्याधुनिक हथियारो से लैस होने के साथ सीमा के उस पार की हरकतो को देखने के लिए आधुनिक उपकरणो से उन पर नजर रखते हैं। पाक सीमा से सटी जैसलमेर की सरहद पर इन दिनो चल रहे ऑपरेशन सर्द हवा के दौरान हर जवान के हाथो मे हाइटेशन टॉर्च, रात के अंधेरे मे हरकत पर नजर रखने वाले कैमरे हैं, जिससे वे सीमा के उस पार की गतिविधियो पर नजर रखते हैं।

सरहद पर निगरानी रखने वाले जवान बताते हैं कि एक टुकड़ी रात भर सीमा की चौकसी करती है और दूसरी टुकड़ी बंकरो पर हथियार ताने पहली टुकड़ी के इशारे का इंतजार करती है। उनका इशारा पाते ही वे मुस्तैद होकर दुश्मन को निशाना बनाने के लिए तत्पर हो जाते हैं। रात भर यही सिलसिला जारी रहता है। इस पूरी प्रक्रिया मे उन्हे मुस्तैदी से कार्रवाई करनी होती है। इस दौरान जैसे ही उन्हे खतरे का आभास होता है तो वे इसकी सूचना उच्चाधिकारियो को दे देते हैं। इस कड़कड़ाती सर्दी मे उन्हे ताजगी देने के लिए चाय का एक प्याला ही पर्याप्त है।

...ताकि न बढ़े तनाव

सीसुब के जवानो की ड्यूटी जब पूरी हो जाती है तो वे पोस्ट पर लगे टीवी सेट के आगे गु्रप मे बैठकर मनोरंजन करते हैं। तनाव न बढ़े, इसके लिए वे मनोरंजन के साधनो के आगे बैठकर अपनी पसंद के गीत व फिल्में देखकर शारीरिक व मानसिक थकान मिटाने का प्रयास करते हैं।

रोजमर्रा की एक्सरसाइज

वैसे ऑपरेशन अलर्ट सर्द हवा के दौरान सीसुब के अधिकारियो व जवानो की सतर्कता व चौकसी बढ़ जाती है। सीसुब जवान बताते हैं कि ये रोजमर्रा की तरह ही एक एक्सरसाइज है। जवानो को इन हालातो से अभ्यस्त करने के लिए ये ड्यूटियां मुख्य रूप से खराब मौसम, त्योहार, स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस, कड़ाके की सर्दी या भीषण गर्मी के दिनो मे दी जाती है। आशंका यही रहती है कि इस समय दुश्मन यहां घुसपैठ करने के लिए सक्रिय हो जाते हैं, लेकिन कठिन परिस्थितियो के अभ्यास सीमा प्रहरी सीमा पार से घुसपैठ कर देश की सीमा मे किसी को नहीं घुसने देने के लिए सतर्क रहते हैं।

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