प्रतियोगिता में कुल तीन सौ पचास स्वयंसेवकों ने भाग लिया
जिसमें महेन्द्र दान ए रेणू जांगिड़ए कल्याण सिंहए भूरदासएमहिपाल दाऩए आसूदानए महिपाल जांगिड़ए छगन सिंहए मेहताब सिंह अव्वल रहे।
राजेन्द्र सिंह भिंयाड़ द्वारा तनसिंह के जीवन परिचय पर प्रकाष डालते उनके सिद्धान्तों को अपने जीवन में उतारने की सीख दी गर्इ व विजेताओं को पुरूस्कृत किया गया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें