जैसलमेर पवन ऊर्जा सयन्त्रों की सुरक्षा हेतु ''विन्ड ड्रेगनस '' की तैनाती
जैसलमेर जिले के विशाल भू भाग मेें पवन ऊर्जा से बिजली उत्पादन करने के लिए देश के विभिन्न कम्पनियों द्वारा यहां 2000 से अधिक पवन ऊर्जा सयन्त्र स्थापित किये गये है। इन पवन ऊर्जा संयन्त्रों से करीब 2200 मेगावाट से अधिक विधुत उत्पादन हो रहा है जो राज्य की कुल आवश्यकता में एक महत्वपूर्ण योगदान है । इन पवन ऊर्जा संयन्त्रों में विभिन्न प्रकार की मशीनों तथा ताम्बे एवं एल्यूमिनियम तारों का प्रयोग किया जाता है। जिले में कुछ चोरो एवं असमाजिक तत्व जो पहले बिजली के एवं टेलिफोन के तार इत्यादी चुरा लेते थे, ने गत 2-3 वर्षो से इन पवन ऊर्जा संयन्त्रो की ताम्बे की केबल काट कर चोरी करने का कार्य शुरू कर दिया।
वर्ष 2012 में तार चोरी के 56 मुकदमे दर्ज किये गये, जिनमें विभिन्न थानों में 97 लोगों को गिरफ्तार किया गया तथा उनके कब्जे से करीब 28 लाख रूपये को चोरी किया गया माल बरामद किया गया । पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर हेमन्त शर्मा द्वारा कार्यग्रहण करने के साथ ही यह ध्यान में लाया जाने पर पूरे जिले में एक विशेष अभियान चलाया जाकर इन तार चोरो की पकड़ धकड़ का कार्य शुरू किया गया । पूर्व में यह तथ्य भी मेरे ध्यान में लाया गया कि कर्इ मामलों में पवन ऊर्जा कम्पनियां तार चोरी होने के बाद भी लम्बे समय तक मुकदमा दर्ज नहीं करवाती या मुकदमा बिल्कुल ही दर्जन हीं करवाया जाता था। इस पर सभी पवन ऊर्जा कम्पनियाें के प्रतिनिधियों को बुलाकर विचारविमर्श किया गया तथा उन्हे घटना होते ही पुलिस को सूचित करना एवं तुरन्त मुकदमा दर्ज करवाने के निर्देश दिये गये जिससे तार चोरो की गिरफतारी की दशा में उनके द्वारा किये सभी अपराधों के प्रकरण पंजीबद्ध हो तथा उनके विरूद्ध समुचित कार्यवाही की जा सके।
वर्ष 2013 में विधुत केबल चोरी के कुल 140 प्रकरण पंजीबद्ध किये गये जिनमें 193 लोगो को गिरफ्तार किया गया तथा इनसे 90 लाख से उपर का चोरी किया गया माल बरामद किया गया । पुलिस को इसमें महत्वपुर्ण सफलता तब हासिल हुर्इ जब एक विशेष सूत्र सुचना के आधार पर जोधपुर पुलिस के सहयोग से कुख्यात र्इनामी तस्कर, नकबजन व तार चोर गोरधनसिंह एवं हालसिंह को उनके 05 अन्य साथियों के साथ तीन गाडियों मय 25 किवंटल चोरी किये गये ताम्बे साथ पकडा गया। उक्त गैंग वर्तमान में विभिन्न थानों में पुलिस रिमांड पर चल रहे हैंं तथा इन की प्रारमिभक पूछताछ में 15 से अधिक तार चोरी की वारदातों तथा लाठी क्षैत्र की नकबजनी की एक महत्वपूर्ण वारदात का खुलाशा हुआ है एवं इनके अन्य साथियो का पता चला है साथ ही इन से माल खरीदने वाले लोगाें के बारे में पूछताछ जारी है । इस प्रकार पुलिस द्वारा चलाये जा रहे अभियान मे काफी सफलता मिली है । पुलिस का यह अभियान निरंतर जारी रहेगा तथा पवन ऊर्जा कम्पनियों को भयमुक्त एवं सुरक्षित वातावरण देने के लिए जिला पुलिस प्रतिबद्ध हैं।
इसी क्रम में जिला पुलिस की पहल पर इन पवन ऊर्जा संयन्त्रों की सुरक्षा के लिए एक व्यूहरचनाकार्य योजना बनाकर राज्य सरकार को माह सितम्बर 2013 में प्रेषित की गर्इ जिसमें सरकार की सकारात्मक स्वीकृति प्राप्त हुर्इ। इसके प्रथम चरण में सुजलोन एनर्जी लिमिटेड द्वारा राजस्थान बोर्डर होमगार्ड के 120 जवानाें की सेवाऐंं ली गर्इ है जो जिला पुलिस के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में कार्य करेगी । ये जवान पूर्णत: प्रशिक्षित तथा अत्याधुनिक स्वचालित हथियारों से लैस हैं। कम्पनी द्वारा इन्हे आध्ुानिक संचार सुविधाऐं एवं वाहन उपलब्ध करवाये गये है। इन बोर्डर होमगार्ड के जवानों को ''विन्डड्रेगनस'' का नाम दिया गया है तथा ये हर उस स्थान पर तैनात किये गये है जहा सुजलोन एनर्जी लिमिटेड के पवन ऊर्जा सयन्त्र स्थापित है । ये विन्ड ड्रेगनस पवन की गति से इन क्षैत्रों में 24 घण्टे गश्त करेगे तथा इन पवन उर्जा संयन्त्रो कोे नुकसान पहुंचाने वाली हरताकत को नेस्तनाबूत करेगें। जिले का प्रत्येक पुलिसकर्मी एवं पुलिस थाना इनके लगातार सम्पर्क में रहकर सहयोग करेगा । पिछले कुछ समय से जिला पुलिस द्वारा की गर्इ भारी धरपकड़ गोरधनसिंह गैंग की गिरफ्तारी एवं विन्डड्रेगनस की तैनाती से इन वारदातों पर प्रभावी अंकुश लगेगा तथा पवन ऊर्जा के क्षैत्र में जिले को प्राप्त महत्वपूर्ण स्थान न केवल बरकरार रहेगा वरन इसे और ऊंचाइयां प्राप्त होंगी ।
जैसलमेर जिले के विशाल भू भाग मेें पवन ऊर्जा से बिजली उत्पादन करने के लिए देश के विभिन्न कम्पनियों द्वारा यहां 2000 से अधिक पवन ऊर्जा सयन्त्र स्थापित किये गये है। इन पवन ऊर्जा संयन्त्रों से करीब 2200 मेगावाट से अधिक विधुत उत्पादन हो रहा है जो राज्य की कुल आवश्यकता में एक महत्वपूर्ण योगदान है । इन पवन ऊर्जा संयन्त्रों में विभिन्न प्रकार की मशीनों तथा ताम्बे एवं एल्यूमिनियम तारों का प्रयोग किया जाता है। जिले में कुछ चोरो एवं असमाजिक तत्व जो पहले बिजली के एवं टेलिफोन के तार इत्यादी चुरा लेते थे, ने गत 2-3 वर्षो से इन पवन ऊर्जा संयन्त्रो की ताम्बे की केबल काट कर चोरी करने का कार्य शुरू कर दिया।
वर्ष 2012 में तार चोरी के 56 मुकदमे दर्ज किये गये, जिनमें विभिन्न थानों में 97 लोगों को गिरफ्तार किया गया तथा उनके कब्जे से करीब 28 लाख रूपये को चोरी किया गया माल बरामद किया गया । पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर हेमन्त शर्मा द्वारा कार्यग्रहण करने के साथ ही यह ध्यान में लाया जाने पर पूरे जिले में एक विशेष अभियान चलाया जाकर इन तार चोरो की पकड़ धकड़ का कार्य शुरू किया गया । पूर्व में यह तथ्य भी मेरे ध्यान में लाया गया कि कर्इ मामलों में पवन ऊर्जा कम्पनियां तार चोरी होने के बाद भी लम्बे समय तक मुकदमा दर्ज नहीं करवाती या मुकदमा बिल्कुल ही दर्जन हीं करवाया जाता था। इस पर सभी पवन ऊर्जा कम्पनियाें के प्रतिनिधियों को बुलाकर विचारविमर्श किया गया तथा उन्हे घटना होते ही पुलिस को सूचित करना एवं तुरन्त मुकदमा दर्ज करवाने के निर्देश दिये गये जिससे तार चोरो की गिरफतारी की दशा में उनके द्वारा किये सभी अपराधों के प्रकरण पंजीबद्ध हो तथा उनके विरूद्ध समुचित कार्यवाही की जा सके।
वर्ष 2013 में विधुत केबल चोरी के कुल 140 प्रकरण पंजीबद्ध किये गये जिनमें 193 लोगो को गिरफ्तार किया गया तथा इनसे 90 लाख से उपर का चोरी किया गया माल बरामद किया गया । पुलिस को इसमें महत्वपुर्ण सफलता तब हासिल हुर्इ जब एक विशेष सूत्र सुचना के आधार पर जोधपुर पुलिस के सहयोग से कुख्यात र्इनामी तस्कर, नकबजन व तार चोर गोरधनसिंह एवं हालसिंह को उनके 05 अन्य साथियों के साथ तीन गाडियों मय 25 किवंटल चोरी किये गये ताम्बे साथ पकडा गया। उक्त गैंग वर्तमान में विभिन्न थानों में पुलिस रिमांड पर चल रहे हैंं तथा इन की प्रारमिभक पूछताछ में 15 से अधिक तार चोरी की वारदातों तथा लाठी क्षैत्र की नकबजनी की एक महत्वपूर्ण वारदात का खुलाशा हुआ है एवं इनके अन्य साथियो का पता चला है साथ ही इन से माल खरीदने वाले लोगाें के बारे में पूछताछ जारी है । इस प्रकार पुलिस द्वारा चलाये जा रहे अभियान मे काफी सफलता मिली है । पुलिस का यह अभियान निरंतर जारी रहेगा तथा पवन ऊर्जा कम्पनियों को भयमुक्त एवं सुरक्षित वातावरण देने के लिए जिला पुलिस प्रतिबद्ध हैं।
इसी क्रम में जिला पुलिस की पहल पर इन पवन ऊर्जा संयन्त्रों की सुरक्षा के लिए एक व्यूहरचनाकार्य योजना बनाकर राज्य सरकार को माह सितम्बर 2013 में प्रेषित की गर्इ जिसमें सरकार की सकारात्मक स्वीकृति प्राप्त हुर्इ। इसके प्रथम चरण में सुजलोन एनर्जी लिमिटेड द्वारा राजस्थान बोर्डर होमगार्ड के 120 जवानाें की सेवाऐंं ली गर्इ है जो जिला पुलिस के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में कार्य करेगी । ये जवान पूर्णत: प्रशिक्षित तथा अत्याधुनिक स्वचालित हथियारों से लैस हैं। कम्पनी द्वारा इन्हे आध्ुानिक संचार सुविधाऐं एवं वाहन उपलब्ध करवाये गये है। इन बोर्डर होमगार्ड के जवानों को ''विन्डड्रेगनस'' का नाम दिया गया है तथा ये हर उस स्थान पर तैनात किये गये है जहा सुजलोन एनर्जी लिमिटेड के पवन ऊर्जा सयन्त्र स्थापित है । ये विन्ड ड्रेगनस पवन की गति से इन क्षैत्रों में 24 घण्टे गश्त करेगे तथा इन पवन उर्जा संयन्त्रो कोे नुकसान पहुंचाने वाली हरताकत को नेस्तनाबूत करेगें। जिले का प्रत्येक पुलिसकर्मी एवं पुलिस थाना इनके लगातार सम्पर्क में रहकर सहयोग करेगा । पिछले कुछ समय से जिला पुलिस द्वारा की गर्इ भारी धरपकड़ गोरधनसिंह गैंग की गिरफ्तारी एवं विन्डड्रेगनस की तैनाती से इन वारदातों पर प्रभावी अंकुश लगेगा तथा पवन ऊर्जा के क्षैत्र में जिले को प्राप्त महत्वपूर्ण स्थान न केवल बरकरार रहेगा वरन इसे और ऊंचाइयां प्राप्त होंगी ।
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